इधर, मुख्य मार्ग पर वाहनों की मरम्मत का काम भी होता है। शहर की ऐसी कोई सड़क नहीं है जिस पर अतिक्रमण न हों। अतिक्रमण होने से सड़कें इतनी संकरी हो गईं हैं कि आए दिन मुख्य मार्ग सहित कॉलेज चौक, मस्जिद तिराहा, तुलसी मार्ग, काली मंदिर रोड़ पर जाम लग जाता है। जिससे लोगों को परेशानियों की दौर से गुजरना पड़ता है। सड़कों पर अतिक्रमण को हटाने के लिए न तो निगम प्रशासन आगे आ रहा है और न ही जिला प्रशासन। आए दिन सड़कों पर लगने वाले जाम से शहर के हर वर्ग को परेशानी से जूझना पड़ता है। जबकि अतिक्रमण को लेकर कई बार जिला प्रशासन ने निगम अधिकारियों को सख्त निर्देशित किया है कि शहर की सड़कें अतिक्रमण से मुक्त रहें।
सड़क पर वाहनों की मरम्मत
शहर में एकमात्र सड़क मुख्य मार्ग है। जहां सड़क के दोनों ओर दिन भर छोटे-बड़े वाहन खड़े रहते हैं। खराब होने पर इनकी मरम्मत भी वहीं पर होती है। इससे आए दिन जाम लगता है। वहीं दूसरी ओर सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ पर चाट पकौड़ी, फल, जूस आदि बेचने वालों से लेकर बाइक चालकों का कब्जा है। ऐसे में मुख्य मार्ग बेहद संकरी होने के कारण इस रोड से पैदल निकलना तक मुश्किल होता है।
कलक्ट्रेट गेट सब्जी विक्रेताओं का कब्जा
कलक्ट्रेट गेट के सामने दिन भर फुटपाथ सब्जी विक्रेता दुकान लगा रहे हैं। वहीं यात्री बसें व ऑटो वाहन यात्रियों को उतारने के लिए रुकते हैं। जहां वाहनों की कतार लग जाती है। इसके साथ ही सब्जी खरीदारी करने आए लोग सड़क पर वाहन खड़ी कर सब्जी खरीदते हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि यहां से अधिकारियों का आना जाना भी रहता है। बावजूद इसके गेट के सामने रोज ही जाम के हालात बनते हैं। इसे अफसर भी नजरअंदाज कर दे रहे हैं।
और इसलिए होती हैं दुर्घटनाएं
शहर में मुख्य मार्ग सहित फुटपाथ या अन्य रास्ते पर कब्जा करने के कारण लोगों के लिए पैदल चलने का रास्ता ही नहीं बचा है। ऐसे में लोग सड़कों पर ही चलेंगे और हादसे भी होंगे। प्रशासन को ऐसे हादसों से सबक लेते हुए फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त कराना चाहिए। शहर में सैकड़ों ऑटो वाहन चल रहे हैं। इनमें से अधिकतर नौसिखिए चला रहे हैं। ट्रफिक नियमों की जानकारी के अभाव में यह लोग आए दिन हादसों का कारण बनते हैं।
राहगीरों का पैदल चलना भी मुश्किल
शहर की ऐसी कोई सड़क नहीं है। जिस पर जाम न लगता हो। सबसे ज्यादा हालात कॉलेज चौक, बिलौजी तिराहा, कलेक्टे्रट गेट, बस स्टैंड, तुलसी मार्ग, काली मंदिर रोड, मस्जिद तिराहा सहित अन्य सड़कोंं की भी खराब हैं। इन पर पैदल तक चलना मुश्किल है। अतिक्रमण से शहर बदसूरत हो रहा है। सड़कों पर वाहन खड़ा करने वालों पर शिकंजा कसना चाहिए।
सड़क पर वाहनों की मरम्मत
शहर में एकमात्र सड़क मुख्य मार्ग है। जहां सड़क के दोनों ओर दिन भर छोटे-बड़े वाहन खड़े रहते हैं। खराब होने पर इनकी मरम्मत भी वहीं पर होती है। इससे आए दिन जाम लगता है। वहीं दूसरी ओर सड़क के दोनों तरफ फुटपाथ पर चाट पकौड़ी, फल, जूस आदि बेचने वालों से लेकर बाइक चालकों का कब्जा है। ऐसे में मुख्य मार्ग बेहद संकरी होने के कारण इस रोड से पैदल निकलना तक मुश्किल होता है।
कलक्ट्रेट गेट सब्जी विक्रेताओं का कब्जा
कलक्ट्रेट गेट के सामने दिन भर फुटपाथ सब्जी विक्रेता दुकान लगा रहे हैं। वहीं यात्री बसें व ऑटो वाहन यात्रियों को उतारने के लिए रुकते हैं। जहां वाहनों की कतार लग जाती है। इसके साथ ही सब्जी खरीदारी करने आए लोग सड़क पर वाहन खड़ी कर सब्जी खरीदते हैं। हैरान करने वाली बात यह है कि यहां से अधिकारियों का आना जाना भी रहता है। बावजूद इसके गेट के सामने रोज ही जाम के हालात बनते हैं। इसे अफसर भी नजरअंदाज कर दे रहे हैं।
और इसलिए होती हैं दुर्घटनाएं
शहर में मुख्य मार्ग सहित फुटपाथ या अन्य रास्ते पर कब्जा करने के कारण लोगों के लिए पैदल चलने का रास्ता ही नहीं बचा है। ऐसे में लोग सड़कों पर ही चलेंगे और हादसे भी होंगे। प्रशासन को ऐसे हादसों से सबक लेते हुए फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त कराना चाहिए। शहर में सैकड़ों ऑटो वाहन चल रहे हैं। इनमें से अधिकतर नौसिखिए चला रहे हैं। ट्रफिक नियमों की जानकारी के अभाव में यह लोग आए दिन हादसों का कारण बनते हैं।
राहगीरों का पैदल चलना भी मुश्किल
शहर की ऐसी कोई सड़क नहीं है। जिस पर जाम न लगता हो। सबसे ज्यादा हालात कॉलेज चौक, बिलौजी तिराहा, कलेक्टे्रट गेट, बस स्टैंड, तुलसी मार्ग, काली मंदिर रोड, मस्जिद तिराहा सहित अन्य सड़कोंं की भी खराब हैं। इन पर पैदल तक चलना मुश्किल है। अतिक्रमण से शहर बदसूरत हो रहा है। सड़कों पर वाहन खड़ा करने वालों पर शिकंजा कसना चाहिए।