निजी स्कूलों के नर्सरी, केजी-वन, केजी-2 व कक्षा एक में प्रवेश के लिए लॉटरी सिस्टम से कुल 3251 बच्चों के लिए सीट आवंटित किए गए हैं, लेकिन अभी तक उनमें से केवल 2171 बच्चों ने दाखिला लिया है। स्कूलों में नि:शुल्क प्रवेश के लिए आरक्षित अभी 1080 सीटें खाली हैं। प्रवेश के लिए अभी 20 जुलाईतक का मौका है। यह बात और है कि प्रवेश की रफ्तार काफी धीमी है। एक दिन में एक से दो प्रवेश ही हो पा रहे हैं।
चितरंगी विकासखंड के स्कूलों में प्रवेश की संख्या सबसे कम है। वहां के स्कूलों में केवल 433 प्रवेश हुए हैं। जबकि देवसर में 627 और बैढऩ में 1111 बच्चों का दाखिला हुआ है। प्रवेश के लिए किए गए ऑनलाइन आवेदन की संख्या का आंकड़ा भी कुछ ऐसा ही है। चितरंगी में 665, देवसर में 994 व बैढऩ में 1592 अभिभावकों ने आवेदन किया था। चितरंगी पिछड़ा क्षेत्र है। इसलिए माना जा रहा कि अभिभावकों में जागरूकता का अभाव ही इस स्थिति का नतीजा है।