अलग कमरे में सो रहा था पिता
पुलिस ने बताया है कि मां-बेटे दोनों एक ही कमरे में सो रहे थे। जबकि रामबरन का पिता बालकरन बियार घर में अलग कमरे में सो रहा था। हत्यारों ने घर में घुसकर मां-बेटे की धारदार हथियार से हत्या कर दिया। इसकी भनक किसी को नहीं लगी। जबकि ग्रामीणों में चर्चा है कि हत्या का वजह जमीनी विवाद हो सकता है और हत्यारों ने पहले से योजना तैयार किए थे। लेकिन डबल मर्डर के मामले में पुलिस को अभी तक कोई सबूत नहीं मिला। यह हाइटेक पुलिस के लिए चिंताजनक है।
हत्यारों में नहीं रहा पुलिस का खौफ
दोहरे हत्याकांड की वारदात को अंजाम देने वाले हत्यारों में माड़ा पुलिस का खौफ बिल्कुल नहीं रहा। यदि हत्यारों में पुलिस का जरा सा भी खौफ रहा होता तो ऐसा खौफनाक कदम उठाने से भय खाते। लेकिन मुढ़ी गांव में हुआ डबल मर्डर कहीं न कहीं पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा करता है। माड़ा पुलिस के लिए शर्म की बात तो यह है कि वारदात के चौबीस घंटे बाद भी न तो पुलिस हत्या का वजह जान सकी और ना ही आरोपियों का सुराग लगा पाई है।
घटनास्थल पर पहुंची एफएसएल व डॉग स्क्वायड की टीम
एसपी के निर्देश के बाद पुलिस टीम त्वरित हरकत में आई और हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कवायद में जुट गई है। जानकारी के अनुसार घटना स्थल पर एफएसएल टीम के साथ डॉग स्क्वायड की टीम भी पहुंची है। जहां मां-बेटे के अंधे हत्याकांड का सुराग लगाने में मशक्कत कर रही है।
मौके पर पहुंचे एसपी
मां-बेटे की हत्या हो जानेे की खबर सुनते ही मौके पर एसपी बीरेन्द्र सिंह पहुंचे। जहां मौका मुआयना करते हुए माड़ा टीआई को सख्त निर्देशित किया है कि दोहरे हत्याकांड को गंभीरता से लेकर वारदात को अंजाम देेने वाले हत्यारों को जल्द गिरफ्तार करें। हालांकि अभी तक पूछताछ में पुलिस को कोई ठोस सबूत नहीं मिल रहा है कि हत्यारों तक पुलिस पहुंच सके।
मुढ़ी गांव में मां-बेटे की धारदार हथियार से हत्या हुई है लेकिन अभी तक हत्या क्यों और कैसे हुई। इसका कुछ पता नहीं चला पाया है। हालांकि पुलिस कई बिंदुओं को लेकर पूछताछ कर रही है।
रावेन्द्र द्विवेदी, टीआई माड़ा।