वार्ड मेें नर्सों से पूछताछ करते हुए ज्वाइंट डायरेक्टर ने मरीजों को खाना व नास्ता के बारे में जानकारी लिया। वार्ड में मरीजों से उपचार व दवाओं के बारे में जानकारी ले रहे थे। इस दौरान एक मरीज ने उन्हें बताया कि यहां के डॉक्टर बाहर की दवाएं लिखते हैं। उन्होंने मरीज की दवाएं हाथ में लेकर सीएमएचओं को दिखाते हुए कहा कि जिला अस्पताल में सभी दवाएं उपलब्ध हैं। फिर क्यों डाक्टर बाहर की दवाएं मरीजों को लिख रहे हैं। जो डाक्टर बाहर की दवा लिखते हैं उन्हें नेाटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगे।
मरीजों को फटकार लगाती हैं नर्स
एक महिला मरीज ने डिप्टी डायरेक्टर से नर्सों की शिकायत करते हुए बताया कि यहां लेबर रूम में नर्स प्रसूताओं को फटकार लगाती हैं। मरीज की इस बात को सुनकर डिप्टी डायरेक्टर उपेन्द्र दुबे ने कहा कि यह गलत है। जिला अस्पताल के सभी डॉक्टर व नर्स मरीजों के साथ अच्छा व्यवहार करें। उनकी समस्या क्या है उसे पूछकर बेहतर उपचार दें।
जिला अस्पताल में एक सुरक्षा गार्ड ने डिप्टी डायरेक्टर को बताया कि साहब…चार महीने से वेतन नहीं मिला है। सुरक्षा गार्ड की शिकायत पर सीएमएचओ को सख्त निर्देश दिया कि सुरक्षा एजेंसी को निरस्त करें फिर दूसरे एजेंसी को काम दें। ताकि सुरक्षा में लगे गार्डो का समय पर वेतन मिल सके।
ज्वाइंटडायरेक्टर ने ट्रामा सेंटर का निरीक्षण करने के बाद सीएमएचओ को निर्देशित किया कि वह सेंटर तैयार होने के बाद वहां ओपीडी में सर्जरी, आई, डेंटल, दवा केंद्र, न्यू बर्न यूनिट, जांच की सुविधाएं, एक्स-रे, मैट्रेनिटी, एनसीडी मेडिसिन सहित बिजली, पानी व सडक़ की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही मरीजों को खाने की नियमित व्यवस्था नहीं रहेगी।