मोरवा टीआई मनीष त्रिपाठी ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि गत 25 अक्टूबर को बैरिहवा सरपंच कुअर साकेत ने एसडीएम चितरंगी व मोरवा टीआई को सूचना दी थी कि बैरिहवा का कोटेदार गरीबों के बीच वितरित करने को आया गेंहू खुले बाजार में बेचने की फिराक मे हैं। उसके बाद से पुलिस उसकी ताक में थी। मंगलवार को कोटेदार ट्रक से 600 बोरी गेंहू ग्रामवासियों को वितरित करने के लिए लाया था। लेकिन बैरिहवा स्थित सरकारी दुकान में गेंहू के करीब 300 बोरे ही ट्रक से उतारवाया और शेष को अपने घर चतरी ले जाने लगा। इसकी जानारी होते ही पुलिस ने उसका पीछा किया तो चालक ने ट्रक की रफ्तार तेज कर दी। पुलिस ने ट्रक की घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। फिर ट्रक चालक दद्दू सिंह पिता छत्रपाल सिंह खैरवार निवासी जियावन की निशानदेही पर चतरी निवासी कोटेदार योगेंद्र वैश्य पिता लक्ष्मण प्रसाद वैश्य को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों के विरूद्ध आवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3/7 के तहत मामला पंजीबद्ध कर पुलिस पूछताछ में जुटी है।
पुलिस ने बताया कि आरोपी के परिवार के सदस्य पंचायत सचिव व सोसाइटी में कार्यरत हैं। इसका बेजा लाभ उठाते हुए वह अरसे से गरीबों का राशन बेचने के धंधा कर रहा है। इससे पहले 2018 में उसके गोदाम में अधिक खाद्यान्न पाया गया था, जिसके बाद उसके विरूद्ध कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया था। बावजूद इसके उसकी हरकतों में सुधार नहीं आया।
कोटेदार व ट्रक चालक की गिरफ्तारी में टीआई मनीष त्रिपाठी, सरनाम सिंह,साहब लाल सिंह, राहुल सिंह, ज्योति पांडेय, सैनिक कुंजराज सिंह शामिल थे।