जानकारी के अनुसार 6 नवंबर को बिलौंजी निवासी सुमन गुप्ता पति विनय गुप्ता के घर रीडिंग लेने का बहाना बनकर दो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा सुमन गुप्ता के घर का दरवाजा खुलवाकर घर में घुसा और सुमन गुप्ता को डरा धमका कर चाकू दिखाकर उसके गले से सोने की चेन खींचकर भाग गया था। पीडि़ता की रिपोर्ट पर थाना कोतवाली बैढऩ में प्रकरण पंजीबद्ध कर अनुसंधान में लिया गया। शहर में अचानक हुई इस प्रकार की गंभीर वारदात को कोतवाली पुलिस द्वारा चुनौती के रूप में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक वीरेंद्र कुमार सिंह व एएसपी अनिल सोनकर द्वारा दिन में घटित इस गंभीर वारदात के अज्ञात आरोपियों की पतासाजी करने एवं उसकी गिरफ्तारी करने के लिए सीएसपी देवेश पाठक व कोतवाली प्रभारी अरुण कुमार पाण्डेय को निर्देशित किया। कोतवाली प्रभारी द्वारा चार अलग-अलग टीम बनाकर कस्बा बैढऩ एवं सरहदी शक्तिनगर, अनपरा, उत्तरप्रदेश और रघुनाथ नगर छत्तीसगढ़ तरफ रवाना की गई। प्रकरण में विवेचना के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया कि बिहार तरफ के बदमाश सिंगरौली में आकर इस तरह के वारदात को अंजाम दिया गया है।
मुखबिर के आधार पर 11 नवंबर को संदेही बलजीत कुमार ठठेरा पिता स्व. मिथिलेश ठठेरा उम्र 30 वर्ष निवासी समेली थाना कुरसेला जिला कटिहार बिहार को पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। जिस पर उसके द्वारा अपने साथी चिप्पा उर्फ कुंदन कुमार पिता दिनेश कुमार शाह निवासी समेली थाना कुरसेला जिला कटिहार बिहार के साथ मिलकर बाइक से आकर उक्त वारदात को घटित करना स्वीकार किया गया। कार्रवाई करने वाली टीम में निरीक्षक अरूण कुमार पाण्डेय, एसआइ पुष्पेंद्र धुर्वे, पप्पू सिंह, अरविंद द्विवेदी, पिन्टू राय, जितेन्द्र सेंगर, महेश पटेल व पंकज सिंह शामिल रहे।
रेकी कर योजनाबद्ध तरीके से देते थे अंजाम
आरोपी बलजीत के मेमोरेंडम के आधार पर लूटी गई चेन करीबन पौने दो तोला की कीमत 75 हजार रुपए घटना में प्रयुक्त बाइक घटना घटित करने के लिए उपयोग किया गया मोबाइल एवं घटना के वक्त लिया गया बैग आरोपी बलजीत के पेश करने पर उसके किराए के मकान शक्तिनगर से जब्त किया गया। आरोपी को आज 12 नवंबर को गिरफ्तार कर न्यायालय बैढऩ में किया गया। प्रकरण में फरार अन्य आरोपी चिप्पा उर्फ कुंदन कुमार पिता दिनेश कुमार शाह निवासी समेली थाना कुरसेला जिला कटिहार बिहार की तलाश जारी है।
प्रकरण के अनुसंधान के दौरान यह तथ्य प्रकाश में आया की आरोपी सोने-चांदी का जेवर साफ करने का बहाना लेकर घटना के पूर्व रैकी करते थे और उसके बाद योजनाबद्ध तरीके से वारदात को अंजाम देते थे। घटना के बाद अन्य शहरों में जाकर फिर से वारदात करते थे। आरोपियों का आपराधिक रिकार्ड एवं अन्य जानकारी प्राप्त की जा रही है। प्रकरण के त्वरित अनुसंधान एवं पतासाजी के लिए पुलिस अधीक्षक ने उक्त कार्रवाई में शामिल कोतवाली पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा किया है।
एसपी करेंगे पुलिस टीम को पुरस्कृत
कोतवाली क्षेत्र के बिलौंजी में मीटर रीडर बनकर महिला के गले से चैन खींचकर पल्सर मोटर साइकिल से कटिहार बिहार का सरगना फरार हो गया। जब इस घटना की खबर कोतवाली के निरीक्षक अरूण पाण्डेय को लगी तो तत्काल शहर के चिह्नित स्थानों पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज के आधार पर लूट की घटना को अंजाम देने वाले शातिर बदमाशों की फुटेज खंगालना शुरू किया।
अंत: पुलिस की चार अलग-अलग टीमे तैयार की गयीं और मुखबिर व पुलिस की सतर्कता काम आयी। पुलिस ने मुख्य सरगना को ही संदेही की सूचना पर धर दबोचा। इस अंधी लूट का पर्दाफाश छहदिन में कोतवाली पुलिस ने किया है। पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह ने कोतवाली पुलिस की काबिले तारीफ कार्य की प्रशंसा करते हुए ईनाम देने की घोषणा की है।