दरअसल, राज्यसभा सांसद व भाजपा नेता अजय प्रताप सिंह हाल ही में हुए संसद सत्र में प्रश्न लगाकार रेल परियोजना में अब तर्क खर्च हुई राशि, कार्य की प्रगति व इसे पूरा करने की समय सीमा पूछी थी। इस पर रेल राज्य मंत्री राजेन गगोई ने उनके सवालों का जवाब देते हुए बताया कि ललितपुर से खजुराहो १६७ किलोमीटर व महोबा से खजुराहो 62.50 किलो पर ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया गया है। शेष खंडों में भू-अर्जन प्रक्रिया व निर्माण कार्य प्रगति पर है। सन में (2015 से 2018 तक) बीते तीन सालों में 1072 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। वहीं वर्ष 2018-19 के लिए भी ३१५ करोड़ परिव्यय की व्यवस्था की गई है। लेकिन निर्माण कब तक पूरा हो पाएगा यह बता पाना संभव नहीं है।
रेल राज्यमंत्री राजेन गगोई ने सदन को बताया कि ललितपुर-सिंगरौली रेल परियोजना के रीवा-सिंगरौली रेलखंड में भू-अर्जन की प्रक्रिया जारी है। कुछ जगह जहां जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया है, वहां निर्माण भी शुरू कर दिया गया है। लेकिन इसके लिए सोन घडिय़ाल अभयारण्य, वन विभाग से एनओसी पेड़ों व वन्यजीवों की शिफ्टिंग सहित कई अन्य कार्य लंबित हैं। इनमें से ज्यादातर रेल मंत्रालय के नियंत्रण से बाहर हैं। इसलिए समय सीमा बता पाना संभव नहीं है।
रेल मंत्री ने राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह के प्रश्नों का जवाब देते हुए बताया कि ललितपुर सिंगरौली रेलवे परियोजना को सत्र 2015-16, 2016-17 व सत्र 2017-18 मे 1072.05 करोड़ रुपए का बजट दे दिया गया है। जबकि वर्ष २०१८-१९ के लिए अभी भी ३१५ करोड़ के परिब्यय की व्यवस्था की गई है, इतनी राशि खर्च के बाद भी आज तक सीधी जिले में रेल पटरी बिछाने का कार्य शुरू नहीं हो पाया है।
ललितपुर सिंगरौली रेल परियोजना अंतर्गत सीधी जिले में ६ रेलवे स्टेशन बनाए जाने हैं। इसके लिए बघवार, रामपुर नैकिन, चुरहट, सीधी, गजरही और बहरी में स्थान चिह्नित किया गया है, लेकिन एक भी जगह निर्माण शुरू कराना तक मुनासिब नहीं समझा जा रहा है।