वन अधिकारियों के मुताबिक पूर्व सरई रेंज के खनुआ बीट अंतर्गत बंधा जंगल में वन कर्मियों ने जब बेहोश तेंदुए को देखा तो सकते में रह गये। अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचकर तेंदुए को पकड़कर पिजड़ा में रखने के बाद उसे बारीकी से देखा तो कोई चोंट के निशान नहीं मिले। इसके बाद अधिकारियों ने यह अनुमान लगाया कि शायद किसी बीमारी से तेंदुआ घायल अवस्था में पड़ा है। फिर उसे बेहतर इलाज के लिए संजय टाइगर रिजर्व सीधी भेजा।
अधिकारियों ने बताया है कि तेंदुआ कई दिनों से अस्वस्थ हुआ है। इसीलिए वह चलने फिरने लायक नहीं है। बल्कि एक जगह बेहोशी हालत में ही पड़ा रहा। हालाकि खनुआ बीट के वनकर्मी यह पता लगाने में जुटे हैं कि आखिर तेंदुआ किसी बीमारी से बेहोशी हालत में था या इसका कुछ और कारण हो सकता है। फिलहाल अभी तेंदुए को स्वस्थ होने को लेकर इलाज के लिए भेज दिया गया है।