आवास की जरूरत नहीं समझने वालों यानी उन हितग्राहियों का आवंटन निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू की जानी चाहिए, जो आवास में नहीं रह रहे हैं। इसके लिए नगर निगम को चाहिए कि वह हितग्राहियों को आवास में रहने का निर्देश दें। इसके बावजूद हितग्राही आवास में नहीं रहता है तो आवंटन निरस्त कर दूसरे हितग्राही को आवास आवंटित किया जाए।
आवास योजना गनियारी की स्थिति ठीक नहीं है। इसके बावजूद नगर निगम के अधिकारी वहां की वस्तुस्थिति पर गौर फरमाने की जरूरत नहीं समझ रहे हैं। आवास आवंटित कर अधिकारी यह गौर करना भूल गए कि आवंटित आवासों में हितग्राहियों ने रहना शुरू किया है या नहीं। फिलहाल अब प्रशासक व निगमायुक्त को इस पर गौर फरमाना होगा।