अधिकारी इसे एक दशक पुरानी व्यवस्था में परिवर्तन बता रहे हैं। उदाहरण के तौर पर गनियारी मोहल्ले में 200 क्षमता का ट्रांसफॉर्मर एक दशक पहले लगाया गया था। वर्तमान में कनेक्शन दो गुना हो गए हैं, लेकिन ट्रांसफार्मर की क्षमता में बढ़ोत्तरी नहीं की गई। जिससे उपभोक्ताओं को तमाम तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। यही हाल कई दूसरे वार्डों में सैकड़ों मोहल्ले का है। जहां ट्रांसफॉर्मर अपग्रेड कर समस्या का निदान किया जाएगा।
बताया गया कि ट्रांसफॉर्मर अपग्रेड करने की योजना से शहरी क्षेत्र के करीब 60 हजार उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। वर्तमान में शहरी क्षेत्र में 107308 बिजली उपभोक्ता हैं। एमपीइबी की इस योजना के 60 फीसदी से अधिक उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिलेगी। एमपीइबी के अधीक्षण अभियंता (शहरी) अजीत सिंह बघेल के मुताबिक पूरी कोशिश है कि नए वर्ष में पहले या फिर अधिकतम दूसरे महीने में ट्रांसफॉर्मर अपग्रेड कर दिए जाएं।