इसी योजना के तहत 10 हजार रुपये का ब्याजमुक्त ऋण हासिल कर नगर निगम के वार्ड नंबर-40 निवासी राम प्यारे चौरसिया ने फुटपाथ पर दुकान लगानी शुरू की और देखते ही देखते दुकान चल निकली। अब तो वह हर महीने अच्छी खासी कमाई कर रहे हैं।
राम प्यारे बताते हैं कि सड़क किनारे चाट की दुकान कर जीवन यापन करते थे। कोरोना काल के पूर्व उनकी दुकान अच्छी चल रही थी, महीने में आठ से दस हजार रूपये तक की आय हो जाती थी। लेकिन कोरोना काल में लॉकडाउन के चलते कारोबार प्रभावित हुआ। जमा पूंजी भी परिवार चलाने में खर्च हो गई। इसी बीच मुख्यमंत्री स्ट्रीट वेंडरर योजना की जानकारी हुई तो पंजाब नेशनल बैंक की बैढ़न शाखा से संपर्क किया। वहां से 10 हजार रूपये का ऋण उपलब्ध कराया गया। इस राशि से मैने पुनः अपनी दुकान शुरू कर दी। दुकान फिर से धीरे धीरे दुकान चल निकली है। अब आठ हजार रूपये तक की मासिक आय होने लगी है।
राम प्यारे ने संकट के दौरान गरीबों की मदद के लिए प्रदेश सरकार, आजीविका मिशन तथा मुख्यमंत्री चौहान के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की है।