लंघाडोल, सरई से बैढऩ की ओर आ रही प्रिया बस क्रमांक एमपी 66 पी 0225 अमिलिया घाटी के पास अनियंत्रित होकर पलट गई। बस में सवार दो दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए। घटनास्थल पर कोहराम मच गया। घायल यात्रियो में सुहिरा निवासी गीता खैरवार, हीरावती खैरवार, अन्नु खैरवार, सुनील खैरवार, अमिलिया निवासी विजय कुमार, विजय कुमारी, भरतलाल शाह, शांति सिंह, छोटेलाल सिंह, चंद्रामती सिंह, मुकेश कुमार शाह, सुनील सिंह, श्यामा सिंह, नेहा सिंह, संतोष कुमार, नारेन्द्र, गीता, लालपति अगरिया सहित अन्य शामिल हैं। एक की हालत गंभीर देख डाक्टरों ने नेहरू चिकित्सालय रेफर कर दिया है।
सिस्टम की लापरवाही तब उजागर हुई जब दुर्घटना में दो दर्जन से अधिक घायल जिला अस्पताल में पहुंचे। एंबुलेंस से उतरे मरीजों को वार्ड तक पहुंचाने के लिए स्ट्रेचर नसीब नहीं हुआ। बल्कि अपनों से कंधे का सहारा देकर घायलों को वार्ड तक लेकर पहुंचे। घायलों की संख्या अधिक होने के चलते स्थिति यह बन गई कि घायलों को फर्श पर भर्ती किया गया। हैरान करने वाली बात तो यह है कि घायलों के लिए जमीन पर बिछाने के लिए गद्दा तक नहीं मिला। वहीं जगह के अभाव में कुछ घायलों का प्राथमिक उपचार करने के बाद छुट्टी दे दी गई।
जानकारी के लिए बताते चलेंकि बंधौरा चौकी क्षेत्र का अमिलिया घाटी दुर्घटनाओं के नाम से मशहूर है। यहां दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। कभी टैंकर पलट जाता है तो कभी यात्री बसें। इससे पहले भी घाटी पर यात्री बसें पलट चुकी हैं। अधिकांश टर्निंग व पहाड़ी होने के चलते दुर्घटनाएं घटित होती हैं। हैरत की बात यह है कि घाटी से होकर अब एस्सार पॉवर में कोल परिवहन हो रहा है। जिससे अब दुर्घटनाएं होने का खतरा और अधिक बढ़ गया है। शुक्रवार को हुई बस पलटने की घटना कोल वाहन से पास लेने के दौरान घटित हुई है।
घटना के बाद अमिलिया घाटी पर कोहराम मच गया। माड़ा पुलिस मौके पर पहुंचकर घायलों को बस से निकालकर उपचार के लिए रवाना करते रहे। वहीं बस चालक व परिचालक घटना के बाद मौके से फरार हो गए हैं। बस चालक के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर मामले की विवेचना में जुटी है। घटनास्थल वर सीएसपी अनिल सोनकर, माड़ा टीआई नेहरू सिंह खंडाते सहित अन्य भी मौजूद रहे।