कलेक्टर की अध्यक्षता एवं पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कुमार सिंह की उपस्थिति में विभिन्न समुदाय के धर्म गुरुओं के साथ आयोजित बैठक में विचार विमर्श के बाद यह आदेश जारी किया गया है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने धर्म गुरुओं को कोरोना के बढऩे संक्रमण की वस्तुस्थिति से अवगत कराया।
उन्होंने कहा कि उनकी सहमति से धार्मिक संस्थाओं को प्रारंभ करने से संबंधित निर्णय लिया जाना है। अभी वर्तमान में बरसात के मौसम में जिस तरह से कोरोना संक्रमण की बीमारी बढऩे की संभावना बन रही है। कलेक्टर गुजारिश पर उपस्थित सभी समुदाय के धर्म गुरुओं ने अपनी सहमति दी। इसके बाद सामूहिक रूप से यह निर्णय लिया गया कि जुलाई माह तक धार्मिक स्थल बंद रखना उचित होगा।
कलेक्टर ने आगे कहा कि जिले में स्थापित किए गए सभी सीमा पर बाहर से आने जाने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है। उनके स्वास्थ्य का परीक्षण कराने के बाद ही उन्हें होम क्वारंटीन कराया जा रहा है। अभी जिले में मात्र कोरोना के 4 पॉजीटिव केस हैं, जो शीघ्र स्वस्थ्य होकर अपने घर जाएंगे। जिले को संक्रमणमुक्त करने के लिए सभी के सहयोग की जरूरत है।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि माह जुलाई और अगस्त में कोरोना महामारी की बीमारी बढऩे की संभावना है। जिला को पूर्व की भांति सभी मिलकर इस महामारी से लडऩा है। कहा कि मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर जिले को कोरोना से मुक्त करना है। बैठक में अपर कलेक्टर बीके पाण्डेय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रदीप शिंडे, धर्मगुरु डॉ. एनपी मिश्रा, शहनवाज खान, शमा भारती, धर्मेेंद्र सिंह, शाहिद हुसैन, निसार अहमद, राजेश कुमार पाण्डेय, फादर डेनिस सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।