कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित एक बैठक के दौरान कलेक्टर ने माना कि पिछले दो दिनों में हुई ओलावृष्टि में किसानों की फसल को भारी क्षति पहुंची है। बारिश ने भी फसल को बुरी तरह से प्रभावित किया है। कलेक्टर ने कहा कि फसल नुकसान पर मुआवजा की बात तो सर्वे के बाद ही स्पष्ट हो पाएगी, लेकिन कोशिश यह होनी चाहिए कि किसी भी किसान के साथ अन्याय नहीं हो।
गौरतलब है कि पहले शनिवार और फिर रविवार को जिले में भारी ओलावृष्टि हुई। जिससे सैकड़ों की संख्या में गांव प्रभावित हुए हैं। कलेक्टर के निर्देश पर संबंधित एसडीएम तहसीलों में पटवारियों के जरिए फसल नुकसान का आकलन करा रहे हैं। बताया गया है कि सभी संबंधित एसडीएम को तीन दिवस के भीतर नुकसान प्रथम आकलन प्रस्तुत करने को कहा है।
मंत्री ने दिया आश्वासन, जन प्रतिनिधियों ने की मांग
ओलावृष्टि से बर्बाद हुए किसानों को पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री कमलेश्वर पटेल ने आश्वासन दिया है कि वह उन्हें उनकी फसल का उचित मुआवजा दिलाएंगे। उन्होंने इसके लिए बाकायदा विज्ञप्ति जारी कराई है। वहीं दूसरी ओर जिले के तीनों विधायकों ने कलेक्टर को पत्र लिखकर फसल नुकसान का अतिशीघ्र सर्वे कराने की मांग की है।
निकली धूप, लेकिन अभी खतरा बरकरार
दो दिन लगातार ओलावृष्टि के बाद तीसरे दिन सोमवार को धूप खिली, लेकिन आसमान में बादलों की मौजूदगी बरकरार रही। इधर मौसम विभाग भी बारिश की अभी संभावना जता रहा है। ऐसे में जाहिर है कि किसानों की फसल पर खतरा अभी बरकरार है। अब बारिश या ओलावृष्टि हुई तो किसान पूरी तरह से बर्बाद हो जाएगा।