नगर निगम प्रशासन ने नोटिस का जवाब देने के लिए के लिए सात दिन का समय दिया है। अगर, नोटिस का जवाब संतोषजनक नहीं रहा तो कंपनी को ब्लैक लिस्ट करते हुए कार्य छीन लिया जाएगा।
यह है मामला
केके स्पन इण्डिया कंपनी को नगर निगम क्षेत्र में अमृत योजना के तहत सीवरलाइन बिछाने का कार्य दिया गया है। यह कार्य करीब 132 करोड़ रु से अधिक है। कंपनी की लापरवाही के चलते सीवरलाइन बिछाने के कार्य में घोर लापरवाही बरती जा रही है।
सीवरलाइन बिछाने के लिए खोदी गईं सड़कों की मरम्मत न किए जाने से लोगों का चलना-फिरना मुश्किल हो गया है। प्रभावित लोगों ने इस मामले की शिकायत कलेक्टर अनुराग चौधरी से किया था। हालांकि इससे पहले कई बार शिकायतें निगमायुक्त से की जा चुकी थीं।
कलेक्टर ने पकड़ी थीं खामियां
कलेक्टर अनुराग चौधरी ने 20 जुलाई को प्रभावित लोगों की शिकायत पर नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 28 ,44 एवं 45(कचनी, पचौर आदि क्षेत्रों ) का भ्रमण किया था। भ्रमण के दौरान सीवरलाइन बिछाने का कार्य कर रही के.के स्पन इंन्डिया कंपनी की घोर लापरवाही सामने आई थी।
पहली खामी यह थी कि कार्य काफी मंद गति चल रहा था। सीवरलाइन बिछाने के दौरान सड़कों की गहरी खोदाई कर दी गई थी। जिससे सड़कों के बीचो बीच गहरे गड्ढे हो गये थे। जिससे लोगो का चलना मुश्किल हो गया था।
इसके बाद कलेक्टर ने एसडीएम विकास सिंह को कंपनी के ठेकदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने के निर्देश दिए थे। मौके पर मौजूद महापौर प्रमवती खैरवार एवं ननि अध्यक्ष सीपी विश्वकर्मा ने भी कंपनी के विरूद्ध नाराजगी जताई गई थी।
कलेक्टर ने मौके पर ही निगमायुक्त को निर्देश दिये कि उक्त कंपनी के ब्लैक लिस्ट करने की कार्रवाई करें। साथ ही भुगतान पर भी रोक लगाई जाए।