मेढ़ौली के विस्थापितों की ओर से सीएमडी को बताया गया कि पिछले शनिवार को प्रशासन व जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में विस्थापितों व एनसीएल प्रबंधन के बीच बैठक हुई। बैठक में हुए मुआवजा के लिए निर्धारित शपथ पत्र में आपत्ति का विकल्प शामिल करने, गारंटर उपलब्ध कराने के मामले में निर्धारित शर्तों में भी छूट देने, आवास खाली करने पर पर्याप्त समय देने और आवास खाली करने पर ४० फीसदी मुआवजा राशि दिए जाने से संबंधित समझौते से अवगत कराया गया।
बताया गया कि इसके अलावा नौकरी में बेटे व बहू के अलावा बेटी व दामाद को नौकरी दिए जाने और सरकारी व दूसरी की जमीन में बने मकान के आधार पर मुआवजा जारी करने संबंधित कई अन्य बिन्दुओं पर भी सहमति बनी, लेकिन अफसोस की एक सप्ताह का समय बीत जाने के बाद भी बैठक में हुए समझौते का कोई मिनिट्स जारी नहीं किया जा सका। जिससे विस्थापितों में समझौते को लेकर संदेह उत्पन्न हो रहा है। विस्थापितों ने चेयरमैन से अपील किया कि उनकी मांगों को पूरी कर राहत दी जाए।
सीएमडी ने विस्थापितों को आश्वासन दिया कि वह सब यकीन करें कि आज जिस हालत में लोग रह रहे हैं, उससे बेहतर विस्थापन किया जाएगा। चेयरमैन में विस्थापितों की मांग को पूरा किए जाने का आश्वासन दिया। चेयरमैन से मुलाकात करने वालों में संजय प्रताप सिंह, मनोज प्रताप सिंह, भूपेंद्र गर्ग, ललित श्रीवास्तव, यदुवीर यादव, सत्येंद्र साहू, केवल नाथ सिंह, विवेक पांडेय, राजेश्वर वैश्य, मंसाराम, वेदांती सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।