– प्रतिबंध के बावजूद नदियों में जारी है रेत का उत्खनन
-फर्जी टीपी पर किया जा रहा है बड़े वाहनों से परिवहन
– एक ही टीपी पर मिलीभगत से कई वाहन हो रहे पास
– भंडारित रेत के बहाने उत्खनन कर हो रहा परिवहन
– उप्र. राज्य की सीमा में प्रवेश कराने में पुलिस की मदद
खनुआ नवा टोला में रेत खनन के मामले में सरई पुलिस बेवजह परेशान करने के लिए मौके पर पहुंची थी। आरोप है कि पुलिस महीने के तौर पर 50 हजार रुपए की मांग कर रही थी। बात नहीं बनी तो पुलिस ने मारपीट करते हुए मामले को बढ़ा दिया गया। बताया है कि प्रधानमंत्री आवास व पीसीसी सडक़ निर्माण के लिए गोरा नदी से रेत परिवहन की मंजूरी जनपद सीइओ बैढऩ व तहसीलदार सरई ने दिया है। इसके बावजूद पुलिस उसमें कमीशन की मांग कर रही थी। मामले की शिकायत पीडि़त रामलाल शाह ने डीजीपी से किया है। पीडि़त ने बताया है कि सरई थाने में पदस्थ बंशलाल प्रजापति, निरंजन गुर्जर सहित दो अन्य आरक्षक टीआई अनूप सिंह ठाकुर के निर्देश पर बतौर कमीशन बात करने के लिए मौके पर पहुंचकर बेवजह ट्रैक्टर को जब्त कर लिया था। इस दौरान पुलिस ने हाथापाई शुरू कर दिया। जिससे मामला बिगड़ गया और पुलिस ने अकारण रामलाल शाह सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर लिया है।
केस-एक
चितरंगी थाना क्षेत्र में २३ मई को अवैध रेत से भरा ट्रिपर वाहन पुलिस ने पकड़ा था। जहां माफियाओं ने पुलिस पर हमला करते हुए वाहन को छुड़ाकर ले गए। इसके बाद भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचकर रेत भरे वाहन को जब्त करते हुए थाने में ले आकर खड़ी करा दिया। जहां एसडीओपी की मौजूदगी में रेत माफिया वाहन को थाने से जबरन ले गए।
गढ़वा थाना क्षेत्र में बीते अप्रेल में रेत भरे ट्रिपर वाहन को पुलिस ने पकड़ा। जहां माफियाओं ने पुलिस पर हमला करते हुए जवान को घायल कर दिया। इसके बाद गढ़वा थाने में पुलिस जवान की शिकायत पर माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। इस गंभीर मामले में पुलिस ने लीपापोती करते हुए मामले को रफादफा कर दिया।