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सिंगरौली

साहब! घर में एक बूंद भी पानी नहीं, कुछ तो कर दो व्यवस्था

सवा सौ करोड़ खर्च करने के बाद भी पेयजल आपूर्ति में टैंकर का सहारा ….

सिंगरौलीMay 22, 2022 / 11:45 pm

Ajeet shukla

Water supply - राजस्थान में 15 मार्च को यहां जलापूर्ति रहेगी बाधित,Tanker support in drinking water supply even after spending 1.25 billion

Water supply – राजस्थान में 15 मार्च को यहां जलापूर्ति रहेगी बाधित,Tanker support in drinking water supply even after spending 1.25 billion

सिंगरौली. साहब! घर में एक बूंद पानी नहीं है। सुबह से फोन कर रहा हूं। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। पूरा मोहल्ला परेशान है। एक टैंकर पानी भेज दिया जाए तो कुछ समस्या दूर हो जाए। नवानगर के घरौलीकला गांव से नगर निगम पहुंचे रहवासियों ने अधिकारी से अपनी समस्या बयां करते हुए कुछ ऐसे ही अंदाज में रोष जाहिर किया।
रहवासियों को आश्वासन मिला और एक घंटे बाद तक टैंकर गांव में पहुंचा तो रहवासी पानी के लिए उमड़ पड़े। पानी की समस्या से परेशान रहवासियों ने बाल्टी व ड्रम के साथ किचन के बर्तन तक में पानी भर लिए। यह हाल केवल एक घरौलीकला का ही नहीं बल्कि शहर के दूसरे मोहल्लों का भी है। पानी के लिए मोहल्लों में त्राहि-त्राहि मची है। पानी का टैंकर पहुंचते ही भीड़ उमड़ी पड़ती है।
शहरी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति का यह हाल नगर निगम की ओर से सवा सौ करोड़ रुपए खर्च करने के बाद का है। करोड़ों रुपए खर्च व्यवस्था बनाई गई, लेकिन जरूरत के वक्त इंतजाम धड़ाम हो गया है। शहरी क्षेत्र में तीन दर्जन से अधिक मोहल्लों में पानी के लिए त्राहि-त्राहि मची है। निगम को जल आपूर्ति के लिए टैंकर का सहारा लेना पड़ा है। इसके बावजूद पेयजल समस्या का निराकरण नहीं हो पा रहा है।
गर्मी बढ़ते ही भूजल स्तर अचानक से नीचे तीन से 7 मीटर तक नीचे चला गया है। नतीजा शहर के रहवासी पूरी तरह से पाइप लाइन के जरिए हो रही जल आपूर्ति पर निर्भर हो गए हैं। इस स्थिति में पानी पाइप लाइन के अंतिम छोर तक नहीं पहुंच पा रहा है। इससे आधे बैढऩ व बिलौंजी में पानी की आपूर्ति ठप हो गई है। खासतौर पर माजन मोड़ से बैढऩ की बढऩे पर बाए पट्टी के लोगों को पानी की ज्यादा समस्या हो रही है।
निगम अधिकारियों का दावा तो यह है कि पूर्व की भांति जल आपूर्ति अनवरत जारी है, लेकिन हकीकत में शहर के एक तिहाई उस आबादी को पानी नहीं मिल पा रहा है, जो दो महीने पहले तक आपूर्ति का लाभ लेता रहा है। अधिकारियों का तर्क है कि समस्या के संबंध में पड़ताल कराई जा रही है।
टैंकर की व्यवस्था नाकाफी साबित
नगर निगम की ओर से माजन मोड़ से परसौना रूट और नवानगर रूट पर टैंकर के जरिए जलापूर्ति की जा रही है। इन इलाकों में अभी पाइपलाइन के जरिए जल आपूर्ति शुरू नहीं हो पाई है। मांग अधिक होने के चलते निगम टैंकर से जलापूर्ति की व्यवस्था नहीं बना पा रहा है। खासतौर पर जब बैढऩ व बिलौंजी में समस्या बढऩे पर कई टैंकर इन इलाकों में लगा दिए गए हैं। निगम उपलब्ध करीब 50 टैंकर के भरोसे जलापूर्ति कर रहा है। यह संख्या व्यवस्था बना पाने में पर्याप्त साबित नहीं हो रही है।
सीएम हेल्पलाइन 50 से अधिक से शिकायत
शहरी क्षेत्र में पानी की समस्या को लेकर सीएम हेल्पलाइन पर 50 से अधिक शिकायतें पहुंची हैं। इसके बावजूद नगर निगम रहवासियों को राहत नहीं दे पा रहा है। शिकायतें लंबित हैं और लगातार बढ़ रही है। यह शिकायतें पिछले एक सप्ताह में पहुंची हैं। इसके अलावा ढेर सारे उपभोक्ता ऐसे हैं जिनके द्वारा नगर निगम में शिकायत की गई है।
फैक्ट फाइल
1.35 करोड़ रुपए खर्च
20 हजार घरों में कनेक्शन
25 हजार अभी भी वंचित
700 हैंडपंप हवा उगल रहे

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