इसकी मुख्य वजह शालाओं में शिक्षकों की कमी और अभी तक अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाना है।प्राथमिक व माध्यमिक शालाओं की स्थिति सबसे खराब है। शिक्षकों की कमी के चलते हाइस्कूल व हायर सेकंडरी की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
सीबीएसइ की तर्ज पर शासन स्तर से नया शैक्षणिक सत्र भले ही अप्रेल में शुरू करने की खानापूर्ति कर दी गई हो, लेकिन कक्षा संचालन के लिए शिक्षक अभी तक उपलब्ध नहीं कराए गए हैं। यह बात और है कि पिछले शैक्षणिक सत्र में नियुक्त अतिथि शिक्षकों की सत्र खत्म होने के साथ ही छुट्टी कर दी गई है।
स्थिति यह है कि ज्यादातर शालाओं में केवल एक शिक्षक हैं और वह बच्चों को पढ़ाने के बजाए प्रवेश जैसी प्रक्रिया पूरी करने के साथ गैर शैक्षणिक कार्यों में लगे हुए हैं। फुर्सत मिली तो सभी कक्षाओं के छात्रों को एक कमरे में बैठा कर पढ़ाई की खानापूर्ति कर देते हैं। यह सिलसिला शुरू से चल रहा है।
अगस्त से संभव है पढ़ाई का शुरू हो पाना
वर्तमान में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर शासन स्तर से जिस तरह की कवायद चल रही है। उसे देखते हुए यही जान पड़ता है कि अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति और उनके कार्यभार ग्रहण करने में जुलाई का पूरा महीना निकल जाएगा। इस तरह से शालाओं में पढ़ाई अब अगस्त से ही संभव दिख रही है।
वर्तमान में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति को लेकर शासन स्तर से जिस तरह की कवायद चल रही है। उसे देखते हुए यही जान पड़ता है कि अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति और उनके कार्यभार ग्रहण करने में जुलाई का पूरा महीना निकल जाएगा। इस तरह से शालाओं में पढ़ाई अब अगस्त से ही संभव दिख रही है।
ये हैं उदाहरण उदाहरण:- एक
शासकीय प्राथमिक शाला बिलौंजी में प्रवेशित छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 60 है, लेकिन शिक्षक के नाम पर स्कूल में केवल एक महिला सहायक अध्यापक हैं। बताया गया कि दो और अतिथि शिक्षक रखा जाना है। प्रक्रिया अभी जारी है।
शासकीय प्राथमिक शाला बिलौंजी में प्रवेशित छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 60 है, लेकिन शिक्षक के नाम पर स्कूल में केवल एक महिला सहायक अध्यापक हैं। बताया गया कि दो और अतिथि शिक्षक रखा जाना है। प्रक्रिया अभी जारी है।
उदाहरण:- दो
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला माजन मोड़ में प्रवेशित छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 150 है, लेकिन पदस्थ पांच शिक्षकों में एक शिक्षक दूसरे विद्यालय में अटैच हैं। दो अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। प्रक्रिया जारी है।
शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला माजन मोड़ में प्रवेशित छात्र-छात्राओं की कुल संख्या 150 है, लेकिन पदस्थ पांच शिक्षकों में एक शिक्षक दूसरे विद्यालय में अटैच हैं। दो अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति होनी है। प्रक्रिया जारी है।
फैक्ट फाइल
1507 प्राथमिक शालाओं में 1200 अतिथि शिक्षकों की जरूरत
501 माध्यमिक शालाओं में 700 अतिथि शिक्षक की जरूरत
78 हाइस्कूल में 150 से अधिक अतिथि शिक्षकों की है जरूरत
69 हायर सेकंडरी में 300 से अधिक अतिथि शिक्षक चाहिए
1507 प्राथमिक शालाओं में 1200 अतिथि शिक्षकों की जरूरत
501 माध्यमिक शालाओं में 700 अतिथि शिक्षक की जरूरत
78 हाइस्कूल में 150 से अधिक अतिथि शिक्षकों की है जरूरत
69 हायर सेकंडरी में 300 से अधिक अतिथि शिक्षक चाहिए