महिला अपराध में ज्यादातर घटनाएं नवविवाहिताओं के साथ हुई हैं। शिक्षा का प्रसार भले ही तेजी के साथ हो रहा है, लेकिन लोगों में जागरूकता अभाव अब भी डेरा जमाए बैठा है। यही वजह है कि जनवरी से लेकर मार्च तक महज तीन महीने में महिला अपराध के 61 मामले थाने तक पहुंचे हैं। पिछले वर्ष शुरुआती तीन महीनों की तुलना में दहेज प्रथा के मामलों को छोड़ दिया जाए तो इस वर्ष शुरुआती तीन महीनों में अपहरण, दुष्कर्म व दहेज हत्या के मामले में बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले वर्ष की तुलना में अपहरण के छह, दहेज हत्या के पांच और दुष्कर्म की एक घटना की बढ़ोत्तरी हुई है।
गरीबी व अशिक्षा बन रही वजह
महिलाओं के अत्याचार के खिलाफ कार्य कर रही ऐसी ही संस्थाओं के पास महिला अत्याचार के ढेरों केस हैं। महिलाओं से हिंसा से संबंधित सैकड़ों मामले सामने आए हैं। जानकार बताते हैं कि कुछ महिलाएं ही घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठा पाती हैं। बढ़ रहे अपराध के पीछे गरीबी व अशिक्षा को महत्वपूर्ण कारण माना जा रहा है।
महिलाओं के अत्याचार के खिलाफ कार्य कर रही ऐसी ही संस्थाओं के पास महिला अत्याचार के ढेरों केस हैं। महिलाओं से हिंसा से संबंधित सैकड़ों मामले सामने आए हैं। जानकार बताते हैं कि कुछ महिलाएं ही घरेलू हिंसा के खिलाफ आवाज उठा पाती हैं। बढ़ रहे अपराध के पीछे गरीबी व अशिक्षा को महत्वपूर्ण कारण माना जा रहा है।
अपराध में शामिल होते हैं सगे संबंधी
पुलिस की रिपोर्टकी माने तो महिला अपराध के ज्यादातर मामलों में उसके सगे संबंधित ही शामिल होते हैं। खासतौर पर ज्यादातर मामले शादी के बाद महिला के सुसराल पहुंचने के बाद के होते हैं। शादी से पहले भी महिलाएं ज्यादाती का शिकार बनती हैं।
पुलिस की रिपोर्टकी माने तो महिला अपराध के ज्यादातर मामलों में उसके सगे संबंधित ही शामिल होते हैं। खासतौर पर ज्यादातर मामले शादी के बाद महिला के सुसराल पहुंचने के बाद के होते हैं। शादी से पहले भी महिलाएं ज्यादाती का शिकार बनती हैं।
पुलिस का नहीं मिलता अपेक्षित सहयोग
बताया गया है कि पुलिस का अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के कारण महिलाओं की आवाज घर तक सिमट जाती है। पीडि़ताओं को जुल्म के साथ पुलिस के बेतुके सवालों के साथ जूझना पड़ता है। यही वजह है कि महिलाएं चुप रहने को मजबूर रहती हैं।
बताया गया है कि पुलिस का अपेक्षित सहयोग नहीं मिलने के कारण महिलाओं की आवाज घर तक सिमट जाती है। पीडि़ताओं को जुल्म के साथ पुलिस के बेतुके सवालों के साथ जूझना पड़ता है। यही वजह है कि महिलाएं चुप रहने को मजबूर रहती हैं।
परेशान हैं तो यहां करें शिकायत
– नजदीकी थाना – 07805-233233 – एसपी कार्यालय – 7049100465
– सीएम हेल्पलाइन – 181
– डायल 100
– महिला हेल्पलाइन 1091
– पुलिस कंट्रोल रूम – 07805-234700 यह है स्थिति:
अपराध वर्ष 2018 वर्ष 2019
अपहरण 22 28
दुष्कर्म 22 23
दहेज हत्या 01 06
दहेज प्रताडऩा 16 04
नोट:- वर्ष 2018 व 2019 (जनवरी से मार्च)के तुलनात्मक आंकड़ें
– नजदीकी थाना – 07805-233233 – एसपी कार्यालय – 7049100465
– सीएम हेल्पलाइन – 181
– डायल 100
– महिला हेल्पलाइन 1091
– पुलिस कंट्रोल रूम – 07805-234700 यह है स्थिति:
अपराध वर्ष 2018 वर्ष 2019
अपहरण 22 28
दुष्कर्म 22 23
दहेज हत्या 01 06
दहेज प्रताडऩा 16 04
नोट:- वर्ष 2018 व 2019 (जनवरी से मार्च)के तुलनात्मक आंकड़ें
केस-एक
गोरबी चौकी क्षेत्र के करैला गांव में बीते शनिवार की रात आरोपी महेश साकेत पिता नंदलाल ने देर रात घर में घुसकर महिला के साथ दुष्कर्म किया। महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गोरबी चौकी क्षेत्र के करैला गांव में बीते शनिवार की रात आरोपी महेश साकेत पिता नंदलाल ने देर रात घर में घुसकर महिला के साथ दुष्कर्म किया। महिला की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
केस-दो
मार्च के अंतिम सप्ताह में माड़ा गुफा घूमकर वापस घर लौट रही युवती के साथ आरोपी ने बनौली गांव में दुष्कर्म किया। पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
मार्च के अंतिम सप्ताह में माड़ा गुफा घूमकर वापस घर लौट रही युवती के साथ आरोपी ने बनौली गांव में दुष्कर्म किया। पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।