राहगीरों ने आनन-फानन में घायल युवक की मदद करनी चाही लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही युवक के परिजन मौके पर पहुंचे और बेटे को हालत देख पिता बेसुध होकर सड़क पर गिर गये। देखते ही देखते नौगढ़ गांव के आसपास के लोग भी घटना स्थल पर पहुंच गए और बैढऩ बरगवॉ मार्ग पर जाम लगा दिया। करीब 2 घंटे तक जाम लगा रहा। पुलिस की काफी समझाइश के बाद रास्ता बहाल हो पाया। पुलिस ने हाइवा चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर वाहन जप्त कर लिया है।
शहर का नौगढ़ चौराहा बेहद संवेदनशील माना जाता है। यहां पिछले दो वर्षो के दौरान दो दर्जन से ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं हो चुकी है जिसमें ज्यादातर मौत हो गई है। पिछले कुछ महीनो के दौरान यहां दुर्घटना नही हुई लेकिन बुधवार को हुई घटना यह प्रदर्शित करती है कि लोग इस चौराहे की संवेदनशीलता को एक बार फिर भूल गए हैं। यहां वाहन बेहद सावाधानी पूर्वक चलाने की आवश्यकता है।
शहर में हर दूसरे दिन सड़क दुर्घटना की वजह से लोगों की मौत हो रही है। छोटे से शहर एवं सकरी सड़कों पर भारी वाहन मौत की वजह बन रहे हैं। प्रशासन के पास मजबूरी है कि वह शहर के अंदर भारी वाहनों पर रोक नहीं लगा पा रहा है। ऐसे में लोगों को अपनी सुरक्षा के प्रति स्वत: ही जागरूक होना पड़ेगा। थोड़ी सी भी लापरवाही भारी वाहनों के चपेट में ला सकती है। जिले में सड़क दुर्घटना में मौत के आकड़े चौकाने वाले हैं भले ही प्रशासन की नींद न खुल रही हो।