घटना के बाद पुलिस की ओर से टीम बना कर की गई जांच में सामने आया कि राजूसिंह आंगडिया का कार्य करता था जो दो माह पहले यह कार्य छोड़कर गांव हिंगोला आ गया जहां रतनलाल के साथ मिलकर आंगडिया के माल को करीब दो माह पूर्व लूटने की साजिश रची। रतनलाल व राजूसिंह ने पूर्व में आंगडिया के माल लाने ले जाने वालों की रैकी की। फिर दोनों आरोपियों ने श्रवणसिंह, महिपालसिंह, संजयसिंह, राजूसिंह सिनेर को साथ मिलाकर साजिश रची। इस घटना से पहले राजूसिंह हिंगोला द्वारा आंगडिया का माल ले जाने वाले की रैकी की गई और जिस बस में माल जाता है उसमें महिपालसिंह को बिठाया। महिपालसिंह सफर के दौरान बस में बैठै-बैठे ही लोकेशन देता रहा। जिस पर पहले से धनारी स्थित एक होटल पर खड़े श्रवणसिंह, राजूसिंह सिनेर, सुखदेवसिंह व संजयसिंह आभूषणों से भरे बैग को उठाकर पहले से खड़ी कार में फरार हो गए।
घटना के बाद अंदर के रास्तों से भागते हुए सुमेरपुर पहुंचे। जहां इस बेग में मिले माल को बांटकर सभी अलग-अलग हो गए तथा सभी ने अपने अपने मोबाइल भी बंद कर दिए ताकि पुलिस की पकड में ना आ सके। इधर सिरोही पुलिस द्वारा इस घटनाक्रम को गम्भीरता से लेते हुए लगातार घटना से संबंधित छोटे से छोटे पहलू पर ध्यान दिया और कड़ी से कड़ी जोड़ी। सरूपगंज थानाधिकारी शिवराजसिंह भाटी द्वारा अलग अलग स्थानों पर रैकी कर घटना के संबंध में आवश्यक साक्ष्य एकत्रित कर घंटना से संलिप्त सभी अभियुक्तों को नामजद कर गिरफ्तार किया गया।
मामले की गुत्थी सुलझाने में सरूपगंज थानाधिकारी शिवराजसिंह भाटी, हैड कांस्टेबल सुरेशदान, साइबर सेल सिरोही के हैड कांस्टेबल भवानीसिंह, कांस्टेबल श्रवणकुमार, बजरंगलाल व हनुमानाराम शामिल रहे। इन्हें नकद पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
गत 21 जून को भलाराम प्रजापत द्वारा अहमदाबाद से पाली कूरियर पहुंचाने के लिए थैला लेकर ऑफिस से रवाना हुआ। वह अहमदाबाद से गुजरात रोडवेज बस में बैठा। यह बस अहमदाबाद से रणकपुर जा रही थी। गुजरात रोडवेज बस करीब डेढ़ बजे धनारी के पास एक होटल पर आकर रुकी तब कूरियर कर्मचारी भलाराम प्रजापत व साथी किशन व अन्य सवारिया खाना खाने व नाश्ता करने नीचे उतरे थे। करीब दस मिनट बाद बस में आकर बैठे। उन्होंने सामान का थैला सीट के आगे रखा तब एक व्यक्ति लाल टीशर्ट व जींस पहना हुआ बस में चढ़ा। आते ही आगे रखा हुआ थैला लेकर भागने लगा तब भलाराम प्रजापत ने उसको पकडऩे की कोशिश की मगर वह नीचे उतरकर पास में खड़ी एक सफेद कार में बैठकर सरूपगंज की तरफ निकल गया। थैल मेें कूरियर कम्पनी के पार्सल थे। घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। साइबर सैल व एमओबी टीम को बुलाया था। साथ ही अपराधियों के आने जाने वाले रास्तों का डाटा संकलित किया गया।