उत्तर: सर्दी में तेजी के साथ कोरोना संक्रमण बढ़ सकता है। इसके लिए विभाग ने तैयारी कर ली है। कोविड-19 आइसोलेशन केन्द्रों में भी व्यवस्था की गई है। सर्दी में सबसे बड़ी चुनौती कोरोना वायरस को पहचानने की है। कोरोना वायरस के प्रकोप में सर्दी-जुकाम के ही प्रारंम्भिक लक्षण होते हैं। अधिक थकान, सूंघने और स्वाद की शक्ति भी खत्म हो सकती है। कई बार लोगों में शुरू में ही सांस लेने में परेशानी आने लगती है लेकिन लोग ध्यान नहीं देते और बीमारी गंभीर हो जाती है। वायरस शरीर में जाने पर अलग-अलग रूप में प्रभाव डालता है। इसलिए लक्षण दिखने पर तुरंत जांच करवाएं।
उत्तर: ऐसा लगता है कि कोरोना वायरस ने रूप कुछ बदला है। लोगों में वायरस के लक्षण नजर आ रहे हैं। नवंबर में आए मरीजों में ऑक्सीजन सैचुरेशन आ रहा है। अधिकांश संक्रमितों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। इनमें 40-45 वर्ष उम्र से अधिक के लोग ज्यादा हैं। 8-10 दिनों में ऐसे मरीज बढ़े हैं। प्रारंभ में बच्चों को अधिक खतरा था। वर्तमान में बच्चे कम संक्रमित हो रहे हैं। उनका इम्यूनिटी लेवल ज्यादा होता है। सभी बच्चे कोरोना को मात दे रहे हैं। फिर भी एहतियात बरतने की जरूरत है।
उत्तर: वैसे तो सभी उम्र के लोग सचेत रहें तो संक्रमण से बच सकते है। छोटे बच्चों, बुजुर्गों के साथ हृदयरोग, रक्तचाप, डायबिटीज, कैंसर आदि के रोगियों को विशेष ध्यान रखना होगा। मौसम परिवर्तन में गर्भवती महिलाएं भी सतर्क रहें। ऐसे लोगों को वायरस जल्द चपेट में ले सकता है।
उत्तर: त्योहारी सीजन में लोग कुछ लापरवाह दिखे। बसों व ट्रेनों में भी भीड़ रही। लोगों का आवागमन ज्यादा रहा। मौसम में बदलाव भी कारण रहा।
उत्तर: फिलहाल सर्दी-जुकाम के मरीजों के सैम्पल लेकर ही जांच करवाई जा रही है। त्योहार के बाद अब लोग बाहर निकलेंगे। ऐसे में अगले दो दिनों में ओपीडी में मरीजों की तादाद अगर बढ़ी तो सैम्पलिंग बढ़ाई जाएगी। क्षेत्रवार मरीज बढ़े तो रैण्डम सैम्पलिंग पुन: शुरू करेंगे।
उत्तर: सर्दी के अगले तीन-चार माह संकटपूर्ण हो सकते हैं। सर्दी-जुकाम से बचने के लिए सावधानी बरतें। तड़के और शाम को आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें। गर्म खाना खाएं। विटामिन सी युक्त फल ज्यादा खाएं। बाहर का भोजन नहीं करें। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए योग व व्यायाम करें।