बेटी होने के बाद सास ने बहू को किया प्रताड़ित
शिकायत के अनुसार विवाहिता मंजू ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि 12 वर्ष पूर्व उसकी शादी रेवदर में कमलेश पुत्र धन्नाराम कलबी के साथ हुई थी। करीब साढ़े तीन साल पहले वह गर्भवती हुई तो प्रसव के लिए पीहर आ गई और वहीं लक्षिता (बेटी) का जन्म हुआ।
तब उसके पति, ससुर धनाराम, सास गंगा देवी, ननद पंखुदेवी, देवर रमेश और जैसाराम सभी उसके मायके आ गए और उसके माता-पिता को ताने देने लगे कि यह तो केवल लड़कियां ही पैदा करती है इसलिए वह अब उसे नहीं रखना चाहती है। समाज में लड़कियों के खर्चे बहुत ज्यादा हैं, दहेज भी बहुत देना पड़ता है, अगर रिश्ता करना है तो दहेज में 20 लाख रुपए देने होंगे, नहीं तो ससुराल नहीं ले जाओगे।
इतना ही नहीं, उसने धमकी भी दी कि उसका पति दूसरी शादी कर लेगा। इसके बाद उनके पिता ने उन्हें कर्ज लेकर 2 लाख रुपए दिए। जिस पर वह उसे ससुराल ले गया और 10-15 दिन बाद बचे पैसे मांगने लगा। वे दहेज के लिए उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने लगे। उसके पति, सास, ससुर और देवर ने बिना वजह उससे झगड़ा किया और मारपीट की और 15-20 दिन बाद उसे घर से निकाल दिया। अब पति की सगाई हो चुकी है और अब वह दूसरी शादी की तैयारी कर रहा है।
पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस ने मामले का संज्ञान लिया है और जांच शुरू कर दी है। विवाहिता के पति, सास, ससुर और अन्य ससुराल वालों के खिलाफ 20 लाख रुपए दहेज की मांग करने और मारपीट कर घर से निकाल देने का मामला दर्ज कर संबंधित धारा के तहत कार्रवाई की जाएगी।