पीएचईडी के जेईएन बोले : सडक़ डामरीकरण के बाद हुआ पेयजल संकट, तब खोदनी पड़ी सडक़ पीएचडी विभाग के जेईएन कुलदीप मीणा ने बताया कि कई वर्षों पुरानी लाइन 3 फीट नीचे डाली हुई है। हाल ही में सडक़ निर्माण के दौरान वाइब्रेटर या रोलर से लाइन क्षतिग्रस्त हो गई है। जिससे कई इलाकों में पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। हमने अंबेडकर सर्कल से लीकेज ढूंढने के लिए सडक़ खोदी, लेकिन लीकेज नहीं मिलने व पूरी सडक़ को नुकसान नहीं हो इसको लेकर सडक़ किनारे दूसरी पाइपलाइन डाल रहे हैं। फिलहाल पीएचईडी विभाग द्वारा तोड़ी गई सडक़ पर सीसी करवा कर ठीक कर दिया जाएगा।
पीडब्ल्यूडी एईएन बोले, एसडीएम के निर्देश के बाद भी क्षतिग्रस्त कर दी सड़क इधर, पीडब्ल्यूडी विभाग के एईएन संजीव संचेती ने कहा कि पीएचईडी विभाग को उपखंड अधिकारी ने पूर्व में ही निर्देशित कर दिया था। इसके बावजूद उन्होंने सडक़ को नुकसान पहुंचाया है। इसको लेकर हमने एसडीएम साहब को शिकायत की है। साथ ही पीएचईडी विभाग को भी लिखित में पत्र भेजा जाएगा।
पिछले वर्ष भी राज्यपाल के दौरे से पूर्व सडक़ें हुई थी दुरूस्त माउंट आबू में बदहाल सडक़ों की स्थिति वीवीआईपी लोगों के दौरे से पूर्व ही सुधरती है। पिछले वर्ष भी 21 मई को राज्यपाल पांच दिवसीय ग्रीष्मकालीन प्रवास पर माउंट आबू पहुंचे थे। उससे पूर्व ही अप्रेल माह में ही सावर्जनिक निर्माण विभाग व नगर पालिका ने तलेटी से लेकर गुरु शिखर व शहर की सभी मुख्य सडक़ों को दुरुस्त किया था। ऐसे में इस साल भी मई महीने में राज्यपाल का प्रस्तावित माउंट आबू दौरे को लेकर संबंधित विभागों ने सडक़ों की सुध लेना शुरू कर दिया है। बावजूद इसके सीवरेज पीएचईडी व जिओ कंपनी अपनी लाइन बिछाने के लिए कब नई सडक़ को खोद दे, इसका कोई अंदाजा नहीं है।
पीएचईडी व सीवरेज कंपनी को निर्देशित किया है कि वे वार्डों में सडक़ निर्माण से पूर्व अपना कार्य निपटा दें। अंबेडकर सर्किल पर पीएचईडी का पानी नहीं पहुंचने का कोई इश्यू था। जिसको लेकर सडक़ खोदी है। पीडब्ल्यूडी विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है। वार्डों में विकास कार्य के लिए पीएचईडी व सीवरेज के छोटे-मोटे कार्य पूर्ण होने के बाद विकास कार्य शुरू कर दिए जाएंगे। ताकि डबल नुकसान नहीं हो।
राहुल जैन, उपखंड अधिकारी, माउंट आबू