सिरोही तहसीलदार ने १० मार्च को जावाल पंचायत की सैकड़ों बीघा गोचर भूमि से पेड़ काटकर बनाया 6 00 बोरी कोयला जब्त किया था। लेकिन प्रशासन को कार्रवाई के दौरान मौके पर कोई नहीं मिला था। ऐसे में कोयला बनाने के कारोबार में शामिल रैकेट का कोईखुलासा नहीं हो पाया था। वन विभाग की ओर से शनिवार को की गई कार्रवाई में भी कोयला जावाल से परिवहन किया जाना सामने आया है। ऐसे में जाहिर है कि प्रशासन की जब्ती कार्रवाई के बावजूद जावाल क्षेत्र में कोयला का कारोबार बेखौफ चल रहा है।
जिले के बालदा ग्राम पंचायत क्षेत्र में २४ फरवरी को राजस्व विभाग की टीम की ओर से कार्रवाई कर कोयला जब्त किया जा चुका है। वहीं ९ मार्च को तवरी ग्राम पंचायत क्षेत्र के फलवदी में भी कोयला की १७० बोरियां जब्त करने की कार्रवाई हो चुकी है।
वन विभाग की पालड़ी जोड चौकी की टीम ने शनिवार सवेरे नाकाबंदी के दौरान एक मिनी ट्रक से १०० बोरी कोयला बरामद किया है। वन विभाग ने मिनी ट्रक को जब्त कर आरोपित चालक को गिरफ्तार किया। वन विभाग की प्रारम्भिक पड़ताल में कोयला जावाल से शिवगंज की ओर ले जाना सामने आया है। पालड़ी जोड वन चौकी प्रभारी हटाराम मीना ने बताया कि मिनी ट्रक में अवैध रूप से कोयला परिवहन की सूचना मिली थी। जिस पर सहायक वनपाल पन्नालाल, वन रक्षक सेवाराम व मीनाक्षी मय टीम ने फोरलेन पर नाकाबंदी की। इस दौरान सिरोही की ओर से आ रहे एक मिनी ट्रक को रुकवाकर तलाशी ली। जिस पर ट्रक में १०० बोरी कोयला भरा मिला। जिस पर चालक कोलीवाड़ा निवासी अमृतलाल पुत्र भूराराम जोगी से कोयला परिवहन करने का अनुज्ञा पत्र आदि दस्तावेज मांगे गए। लेकिन उसके पास कोई कागजात नहीं मिले। ऐसे में कोयला व ट्रक जब्त कर आरोपित चालक को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि ट्रक चालक ने प्रारम्भिक पूछताछ में कोयला जावाल से भरकर शिवगंज ले जाना स्वीकार किया है। प्रकरण को लेकर वन विभाग की ओर से अनुसंधान किया जा रहा है।