पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक ने बीती 23 मई 2021 को बताया था कि पुलिस ने फिल्मी स्टाइल से तस्करों का सामना करते हुए जीप और डोडा पकड़ा और आरोपी फरार हो गए। इस दौरान अनादरा थानेदार ने जान बचाने के लिए तस्करों पर दो फायर तक किए। इसके बाद चालक बालदा जोड़ ;वेलांगरीद्ध में चालक गाड़ी को वहीं छोड़कर भाग गया। गाड़ी से 349 किलो 400 ग्राम डोडा.पोस्त और 2 जिन्दा कारतूस मिले। फॉरच्यूनर गाडी के अन्दर एक छोटी व एक बड़ी नम्बर प्लेट मिलीए जिन पर एक ही नम्बर एमएच.11 सीके 3339 लिखा पाया गया। पूरे प्रकरण की जांच सरूपगंज थानाप्रभारी छगन डांगी को सौंप दी गई।
जांच अधिकारी बोले. मुझे नहीं पता अनादरा थानेदार बाड़मेर क्यों गए थेघ्
डोडा प्रकरण के जांच अधिकारी छगन डांगी का कहना है कि अनादरा डोडा प्रकरण की जांच उनके पास है और वे आरोपियों की गिरफ्तारी के पूरे प्रयास कर रहे हैं। वे इस बारे में कुछ भी बताने से बचते रहे कि अनादरा थानाप्रभारी पदमपालसिंह बाड़मेर क्यों गए थेघ् किसके कहने से गए थेघ् उन्होंने कहा कि इस बारे में तो वे ही बता सकते हैं कि क्यों गए थे। मुझे नहीं पताण्ण्ण्मैं इस बारे में कुछ नहीं कह सकता।
अनादरा थानेदार बोले.डोडे का आरोपी पकडऩे गया था बाड़मेर
अनादरा थानाप्रभारी पदमपालसिंह बोले कि डोडा प्रकरण के आरोपी को पकडऩे के लिए बाड़मेर जिले के बायतू गया था। जब उनसे पूछा गया कि डोडा प्रकरण की जांच आपके पास है ही नहीं। फिर वहां क्या लेने गएघ् तो बोले.उच्चाधिकारी के कहने पर गया था। वो उच्चाधिकारी कौनण्ण्ण्इस पर कुछ भी कहने से बचते रहे। फिर उनसे पूछा कि जब आरोपी ही मौके से भाग गया था तो आपको कैसे पता चला कि वो बायतू का रहने वाला हैण्ण्ण्वे बोले.ये आपको नहीं बता सकतेण्ण्ण्वैसेण्ण् पूना से चोरी की गाड़ी से कड़ी.कड़ी जोड़कर आरोपी का पता कर लिया। फिर सवाल पूछा कि गाड़ी ही चोरी की है तो फिर हाथोंहाथ कैसे कड़ी से कड़ी जोड़ीण्ण्ण्इस पर कहा कि सारी बात फोन पर नहीं बता सकते और फोन कटकर दिया।
.जिस अनादरा थानेदार के पास डोडा.चूरा के मामले की जांच ही नहीं हैए वे मामले के तीसरे दिन ही डोडा के आरोपी को पकडऩे बाड़मेर जिले के बायतू क्यों चले गएघ् किसके कहने पर गएघ् यदि आरोपी को पकडऩे गए थे तो पकड़कर लाए क्यों नहींघ्