श्री राम मंदिर की नींव में यमुना नदी, सरस्वती, कपाल मोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर और सूरजकुंड के जल का प्रयोग होगा। रविवार को संत समाज, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने इन पवित्र स्थानों से जल एकत्रित किया। हथनीकुंड बैराज पर मुख्य आयोजन हुआ। बैराज पर पूजा अर्चना के बाद यमुना नदी का जल क्लश लेकर विहिप के पदाधिकारी संघ प्रांत कार्यालय रोहतक के लिए रवाना हुए। रोहतक से यह जल राम जन्म भूमि ले जाया जाएगा। राम भक्तों ने विदेश की नदियों का जल भी पूजन के लिए सौंपा।
हिन्दू जागरण मंच की इकाई बेटी बचाओ के जिलाध्यक्ष सोम प्रकाश और उनकी पत्नी कमल ने कंबोडिय़ा की पुलेन नदी का जल सौंपा। इसके अलावा राम भक्त राजकुमार नारंग ने 12 पवित्र नदियों का जल संत समाज को सौंपा।