इस विषय पर प्रधानाध्यापक भूपेंद्र त्रिवेदी ने एक नई बात कह कर सभी को चौका दिया। उन्होंने बताया कि स्कूल का शौचालय जर्जर हालत में खड़ा था जिसका प्रस्ताव शिक्षा समिति से पास कर के अब यहाँ पर आगनबाड़ी केंद्र नहीं शौचालय का निर्माण कराया जा रहा है। वही इस मामले पर संकुल प्रभारी मधुबाला ने बताया कि गलती से शौचालय तोड़ दिया गया है। जिसकी शिक़ायत हमने आज खण्ड शिक्षाधिकारी से की है।
इस बारे में पिसावां खण्ड शिक्षाधिकारी सुंदर लाल रावत ने बताया कि मामला मेरी जानकारी में आज आया है, मैं स्वयं जाकर देखूंगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करूंगा।
गांव गांव के घरों में सरकार द्वारा शौंचालय बनवाये जाने की योजना है और इसके लिए सरकार 12 हज़ार रुपये भी लाभार्थी को देती है। जो की दो किश्तों में दी जाती है। पीएम मोदी की स्वच्छ्ता योजना के तहत शौंचलयों के उपयोग को लेकर काफी बड़े पैमाने पर बदलाव किया जा रहा है।