महोली के बीजेपी कार्यकर्ता कौशल किशोर दीक्षित पेशे से बाइक एजेंसी के मालिक हैं। कौशल दीक्षित का आरोप हैं कि महोली में स्थित ऐपिक ग्लोबल में बच्चे को मारने पीटने के बाद स्कूल से बच्चों को बाहर निकाल कर पढ़ाने से मना कर दिया। बीजेपी कार्यकर्ता का कहना हैं कि उन्होंने स्कूल के मालिक और बच्चे के अभिभावक के बीच मध्यस्था कराकर बच्चे को वापस स्कूल में दाखिला दिलवा दिया। स्कूल और अभिभावक के बीच हुयी वार्ता के बाद विधायक का पारा सातवें आसमान पर पहुँच गया और उन्होंने फ़ोन पर ही बीजेपी कार्यकर्ता कौशल दीक्षित को भला-बुरा और जान से मारने की धमकी दे डाली। पीड़ित कौशल का कहना हैं कि विधायक ने इतना ही बल्कि मुझे मारने के लिए रास्ते मे कुछ लोगों को भी भेजा जहां से वह किसी तरह बचकर निकल आये। पीड़ित का कहना हैं कि विधायक किसी भी समय उसकी हत्या करवा सकते हैं और उनसे मुझे जान माल का खतरा भी हैं। पीड़ित ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि उन्होंने इन प्रकरण की जानकारी बीजेपी के कई बड़े मंत्रियों और नेताओं को भी दी हैं उसके साथ साथ मामले में कार्रवाई के लिए आईजी लखनऊ,एसपी सीतापुर और जिलाधिकारी को मामले से अवगत कराया हैं और न्याय दिलाने की मांग की हैं। महोली विधायक शशांक त्रिवेदी पर आरोपो का कोई यह कोई पहला मामला नही हैं बल्कि इससे पहले भी वह महोली में विवादों से घिरे रहते हैं।