बता दें कि 50 परियोजनाओं के लिए यह 350 करोड़ की परियोजना होगी। योगी आदित्यनाथ एक घंटे के प्रवास के दौरान 851 बीघा बंजर घोषित की जा चुकी जमीन पर 251 आदिवासियों को पट्टा-आवंटन करेंगे, जिसमें ग्यारह मृतक के परिजनों और बीस घायल को साढ़े सात बीघा प्रत्येक को आवंटित करने के साथ ही कुल 251 बाशिन्दा आदिवासियों को वितरित करेंगे। यह जमीन आदर्श कोऑपरेटिव सोसायटी के नाम सन 1955 से चली आ रही थी जिसने अभिलेखों में विविध रूप धारण किये और कतिपय तत्कालीन उच्चाधिकारियों ने अपने अधिकार का प्रयोग कर व्यक्ति के नाम रिकॉर्ड में दर्ज कराते रहने की परंपरा कायम रखते हुए जमीनें बेचनी शुरू कर दी। इस नरसंहार के बाद सरकार ने इसे बंजर घोषित कर आवंटन आरम्भ करने की प्रक्रिया अपनाई और सीएम योगी 13 सितम्बर को शुक्रवार को इसकी शुरुआत करेंगे।
उभ्भा गांव में 17 जुलाई को 112 बीघा जमीन पर कब्जा को लेकर गांव के 11 आदिवासियों की अंधाधुंध गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। हत्याकाण्ड को अंजाम देने वाला मूर्तिया ग्राम्य पंचायत का ग्राम प्रधान यज्ञदत्त, उसके भाई और अन्य साथी थे। इस मामले में यज्ञदत्त सहित कुल 70 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था, जिसमें से 55 लोग अब तक गिरफ्तार किए जा चुके हैं। 21 जुलाई को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उभ्भा गांव में पीड़ित परिवारों से मिलने आए थे। उस दौरान उन्होंने गोलीकाण्ड में घायलों को मुआवजा के तौर पर चेक दिया। गांव में पुलिस चौकी, आवासीय बालिका विद्यालय, आंनबाड़ी केन्द्र आदि बनवाने का वादा किया था।