अब टीम अपने गंतत्व की ओर रवाना हो गई। दरअसल, ओबरा नगर के एक प्रतिष्ठित व्यसाई और पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के बेहद करीबी कहे जाने वाले बृजभान अग्रवाल के यहां बुधवार की सुबह आयकर विभाग द्वारा मारे गए छापेमारी के दूसरे दिन गुरुवार को भी पूरे दिन जांच जारी रही। बताया जा रहा है कि, बुधवार के भोर में क्रशर व्यवसायी बृजभान की तबियत अचानक खराब हो जाने के कारण ईलाज हेतू वाराणसी के किसी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस छापेमारी में व्यवसायी के यहां आयकर की टीम को कुल दो करोड़ 85 लाख रुपए कैश तथा लगभग दस किलो सोना एवं अन्य कई जरूरी दस्तावेज भी बरामद होना बताया जा रहा है। जांच में दस्तावेजों में भारी गड़बड़ी मिलने की आशंका जताई जा रही है। कई कम्प्यूटरों के हार्डवेयर को भी आयकर के अधिकारियों द्वारा कब्जे में ले लेना बताया जा रहा है। वहीं गुरुवार की शाम को वाराणसी आयकर विभाग के एक इंसपेक्टर की अगुआई में स्थानीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ओबरा शाखा में इनकम टैक्स के दो खातों में दो करोड़ पचासी लाख रुपया जमा कराया गया। गुरुवार की रात लगभग नौ बजे टीम ने अपना
काम खत्म कर अपने गनतत्व की ओर रवाना हो गए।
छापेमारी की सुरक्षा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस के दो दर्जन से अधिक पुरुष सहित महिला जवान मकान के अंदर मौजूद रहे। वहीं मकान के बाहरी हिस्से में ओबरा, चोपन, हाथीनाला सहित सोनभद्र मुख्यालय की पुलिस टीम मौजूद रही। इस छापेमारी में आयकर विभाग के मिर्जापुर, वाराणसी, इलाहाबाद,एवं गोरखपुर,आजमगढ़,लखनऊ आदि जगहों से लगभग तीन दर्जन से अधिक इंस्पेक्टर सहित दर्जनों अधिकारी मौजूद रहे।
जांच टीम के धमक से बड़े व्यवसायियों में बेचैनी साफ झलक रही थी। जब तलक आयकर की टीम ओबरा में रही सर्राफा के व्यवसायी भी सकते में रहे और भी कई व्यापारी कानाफुसी कर टीम के जांच पर जानकारी टटोलते रहे।
input- जितेंद्र गुप्ता