बाद में प्रभारी मंत्री ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पूरे मामले की जानकारी उन्हें नहीं है। जानकारी लेकर जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ जल्द से जल्द जांच कराकर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने मीडियाकर्मियों के साथ कोतवाल द्वारा किए गए दुर्व्यवहार के मामले में भी उन्होंने जांच की बात कही।
प्रभारी व बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी की मौजूदगी में आयोजन चल रहा था कि तभी अचानक कोन थाना क्षेत्र निवासी सुनील कुमार और उसकी पत्नी कांति देवी अपनी फरियाद लेकर एसपी और प्रभारी मंत्री से मिलने जाने लगे। आरोप है कि मौके पर मौजूद राॅबर्ट्सगंज कोतवाल अविनाश चंद्र सिन्हा द्वारा पीड़ित दंपति को मंच के सामने से खींचते हुए वहां से हटाकर गाड़ी में बैठाने लगे। मीडिया कर्मियों ने भी इस दौरान कवरेज करने से रोकने और दुर्व्यवहार करने का आरोप ल गाया और धरने पर बैठे।
पीड़ित का आरोप है कि चार अक्टूबर 2019 को उसके सात साल के बेटे की हत्या कर शव को बोरे में बंद कर कुएं में फेंक दिया गया था। कोन थाने पर सूचना देने के बावजूद पुलिस मौके पर नहीं पहुंची। शवों से तेज दुर्गंध आने लगी तो आसपास के लोगों की सूचना पर चार दिन बाद पहुंची पुलिस ने शव को निकलवाया। मामले में शिकायत के बाद जांच का जिम्मा ओबरा सीओ को सौंपा गया लेकिन 5 महीना बीत जाने के बाद अबतक कोई कार्यवाही नहीं हुई। इससे निराश पीड़ित एसपी और प्रभारी मंत्री को अपनी फरियाद सुनाना चाहते थे।
by Santosh Jaiswal