मेरे समय मध्यस्थता का प्रयास नहीं किया अशोक तंवर ने एक बयान में कहा- आज जैसी परिस्थतियां हैं, मेरे समय में भी ऐसे ही परिस्थितियां थीं। उस समय हरियाणा में जितने भी कांग्रेस के जनरल सेक्रेटरी आए, वो तो हमारे ही विरोध में काम करते थे। किसी ने मध्यस्थता करने की कोशिश नहीं की। अब जो लड़ाई चल रही है, हमारी लड़ाई उससे अलग थी। हमारी लड़ाई न्याय की लड़ाई थी, जितने साथियों ने मेहनत की थी, उनका ध्यान रखने के लिए कहा जा रहा था लेकिन राजस्थान में सत्ता के अंदर हिस्सेदारी की लड़ाई है।
सब ठीक होता तो कांग्रेस न छोड़नी पड़ती उन्होंने कहा कि तमाम लोग कांग्रेस में दिखावे के लिए हैं, लेकिन काम भाजपा के लिए करते हैं। कांग्रेस को खत्म करने पर लगे हुए हैं। पहले वे सरकार लूटने का काम करते थे। जब सरकार चली गई तो पार्टी को लूटने का काम करते थे। कांग्रेस में सब कुछ ठीक होता तो हमारे जैसे लोगों को कांग्रेस न छोडऩी पड़ती। आज हरियाणा में भी कांग्रेस होती, मध्यप्रदेश में भी कांग्रेस होती और राजस्थान में भी ऐसे हालात न बनते।