जनाधार वाले नेताओं को आगे लाना चाहिए कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस आलाकमान को सुझाव दिया है कि उन नेताओं को कुछ और जिम्मेदारी देनी चाहिए, जो 30-35 वर्षों से कुर्सियों पर जमे हैं और जिन्होंने कोई चुनाव नहीं लड़ा। ज्योतिरादित्य सिंधिया के जाने और सचिन पायलट के बगावत करने से कांग्रेस को बहुत नुकसान हुआ है और आलाकमान को राज्यों में भाजपा को टक्कर देने के लिए जनाधार वाले नेताओं को आगे लाना चाहिए। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधने के साथ ही कहा कि यदि उनके कांग्रेस छोडऩे और भाजपा में शामिल होने की अफवाहें फैलाई गईं तो इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ेगा।
गुरुवार को वीडियो में कहा- जन्मजात कांग्रेसी कुलदीप बिश्नोई ने ज्योतिरादित्य और सचिन के साथ अपनी फोटो दो दिन पहले पोस्ट की थी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। इस बहस के बीच बृहस्पतिवार को कुलदीप ने अपने ट्विटर हैंडिल पर ही एक वीडियो अपलोड किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह जन्मजात कांग्रेसी हैं और कांग्रेस में ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में असली कांग्रेस भजनलाल हैं। जब उनकी नीतियों को नजर अंदाज किया गया तो हमने हरियाणा जनहित कांग्रेस (बीएल) यानी भजनलाल कांग्रेस बनाई। तब हमारे बारे में कहा गया कि हम कभी भाजपा के साथ तो कभी बसपा के साथ समझौता कर रहे हैं, लेकिन असलियत यह है कि मैं कभी इन दलों के दरवाजे पर नहीं गया। गठबंधन करने के लिए भाजपा व बसपा के नेता हमारे दरवाजे पर आए थे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि मैं पार्टी नहीं छोड़ूंगा।
पुरानी बात दोहराई कुलदीप ने कहा, ‘ मैं अपनी पुरानी बात पर आज भी कायम हूं। सिंधिया और पायलट मेरे अच्छे दोस्त हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है। वे बहुत बेहतरीन नेता हैं। इसमें भी कोई दो राय नहीं है। उनके पार्टी छोडऩे से कांग्रेस को जबरदस्त नुकसान हो रहा है। उनके साथ पार्टी ने जो व्यवहार किया, उससे कार्यकर्ताओं में बहुत मायूसी है।’