सूरामंगलम पुलिस के अनुसार, 74 साल के उस जिंदा शख्स का नाम बालासुब्रमण्यम कुमार है। वह सेलम में कंडमपट्टी के निकट ओल्ड हाउसिंग बोर्ड में अपने छोटे भाई सरवणन और करीबी रिश्तेदार गीता के साथ रहते हैं। फिलहाल उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। जहां उनकी हालत स्थिर है। दरअसल, उम्र के साथ बढ़ती बीमारियों की वजह से बालासुब्रामण्यम पिछले दो महीनों से बिस्तर पर लेटे थे। सरवणन और गीता उनकी देखभाल करते है लेकिन पिछले सप्ताह गीता की तबियत बिगड़ गई और उसे कोयम्बत्तूर में निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सरवणन ने सोमवार को अपने भाई को मृत समझकर फ्रीजर बॉक्स किराए पर देने वाले कंपनी को फोनकर बुलाया। फ्रीजर कंपनी के कर्मचारियों ने सोमवार शाम को सरवणन के घर में फ्रीजर बॉक्स दे गए और कहा कि वे मंगलवार शाम को आकर बॉक्स ले जाएंगे। सरवणन ने बालासुब्रमण्यम को सोमवार को ही फ्रीजर में रख दिया और रातभर छोड़ दिया। सरवणन ने अपने रिश्तेदारों को सूचित किया।
मंगलवार दोपहर को घर आए रिश्तेदारों ने देखा कि बॉक्स के अंदर हलचल हो रही है। रिश्तेदारों ने पूछा कि उन्होंने जिंदा शख्स को डेड बॉडी रखने वाले फ्रीजर में क्यों रख दिया तो उन्होंने कहा, ‘हमें लगा वह दो घंटे में मरनेवाला है।’ बिना देर किए पुलिस को फोन करसबस बताया। फिर पुलिस आई और शख्स को अस्पताल भेजा गया। पुलिस को सरवणन के मानसिक स्थिति पर संदेह है।