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NASA : लॉकडाउन के चलते वायु प्रदूषण दो दशक में सबसे कम

-नासा ने अपने सेंसर सैटेलाइट (Moderate Resolution Imaging Spectroradiometer) से ली गई तस्वीरों के माध्यम से दर्शाया
हवा में मौजूद एयरसोल का स्तर सबसे कम (Aerosol levels)
-भारत में 23 मार्च से लॉकडाउन है और करीब 130 करोड़ लोग अपने घरों में हैं

जयपुरApr 24, 2020 / 11:57 am

pushpesh

लॉकडाउन के चलते वायु प्रदूषण दो दशक में सबसे कम

नासा ने सैटेलाइट चित्रों से दर्शाया एयरोसॉल का गिरता स्तर

जयपुर.

पूरी दुनिया में लॉकडाउन के बाद पर्यावरण और वायु की गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार दर्ज किया गया। भारत में गंगा-यमुना नदी हों या लंदन की टेम्स नदी, पानी निर्मल दिखने लगा है। जालंधर से हिमालय की चोटियां भी पर्यावरण की सुखद तस्वीर पेश करता है। अब नासा ने भी इस पर मुहर लगा दी है। नासा के सैटेलाइट सेंसर से पता चला है कि उत्तर भारत में दो दशक में वायु प्रदूषण का स्तर सबसे कम है। नासा में यूनिवर्सिटी स्पेस रिसर्च एसोसिएशन में भारतीय वैज्ञानिक पवन गुप्ता ने बताया कि हमारा अनुमान था लॉकडाउन के दौरान कई स्थानों पर वायुमंडलीय संरचना में बदलाव आएगा। लेकिन हवा में मौजूद एयरसोल का स्तर इतना कम हो जाएगा, ये अंदाजा नहीं था। उन्होंने बताया कि वायु प्रदूषण के स्तर में कमी की वजह लॉकडाउन के साथ ही उत्तर भारत के कुछ इलाकों में बारिश भी है। बारिश से हवा के एयरोसॉल नीचे बैठ गए। मौसम विज्ञानी रॉबर्ट लेवी का कहना है कि बारिश एयरोसॉल को हवा से बाहर कर देती है। भारी बारिश के बाद इसका स्तर बढ़ जाता है। पवन गुप्ता कहते हैं यह अच्छा संकेत है, इस बार एयरोसॉल का स्तर बढ़ा नहीं, लेकिन ये तभी संभव है जब कार्बन उत्सर्जन पर अंकुश लगाया जाए।
ये कारण प्रमुख हैं
-लॉकडाउन के दौरान औद्योगिक इकाइयां बंद हैं।
-सडक़ों पर वाहनों का संचालन थम गया।
-सडक़ के अलावा रेल और विमान सेवा बंद है।
-26-27 मार्च को कुछ इलाकों में बारिश हुई।

क्या हैं एरोसॉल
ऐरोसॉल हवा में मौजूद ठोस और तरल कण से बनते हैं, जो दृश्यता कम करते हैं। इंसान के फेफड़ों और हृदय को नुकसान पहुंचाते हैं।
ऐसे लगाया प्रदूषण के स्तर का पता
नासा ने टेरा सैटेलाइट के मॉडरेट रिजॉल्यूशन इमेजिंग स्पेक्ट्रोरेडियोमीटर (एमओडीआइएस) द्वारा ली गई तस्वीरों की तुलना 2016-2019 के बीच ली गई तस्वीरों के Aerosol optical depth (AOD) से की है। एओडी एयरोसॉल की स्थिति को बताता है। एओडी 0.1 है तो वायुमंडल में इसका स्तर कम है और वायुमंडल साफ है।

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