अजमेर

plastic mukt Ajmer : आओ, अजमेर को प्लास्टिक मुक्त करने की घर से ही करें शुरुआत

रोजमर्रा के उपायोग की चीजों में करना होगा बदलाव प्लास्टिक के पाउचर की जगह बोतल का करें उपयोग
करीब 32 हजार प्लास्टिक की थैलियों की खपत प्रतिदिन

अजमेरSep 25, 2019 / 12:09 pm

himanshu dhawal

Ajmer plastic mukt : आओ, अजमेर को प्लास्टिक मुक्त करने की घर से ही करें शुरुआत

हिमांशु धवल
अजमेर. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सिंगल यूज प्लास्टिक (Single use plastic)खत्म करने की मुहिम की शुरूआत हमें अपने घर से करनी होगी। छोटी-छोटी आदतों में सुधार करके अजमेर को प्लास्टिक थैलियों मुक्त (Ajmer free plastic bags) सकते है। अजमेर शहर में प्रतिदिन करीब 30 से 32 हजार प्लास्टिक की थैलियों का उपयोग होता है। इसके अलावा पॉलीथिन कैरी बैगमें आने वाले खाद्य पदार्थ अलग है। इससे पर्यावरण के साथ स्वयं को भी नुकसान पहुंच रहा है। इससे बचने के लिए हमें अपने आप में छोटे-छोटे सुधार की आवश्यकता (Need for minor improvements)ुधारों के होते ही अजमेर को प्लास्टिक की थैलियों से मुक्त होने से कोई नहीं रोक सकता है। हमें सिर्फ एक संकल्प की जरूरत है।
शहर में प्लास्टिक थैलियों की प्रतिदिन खपत

10 हजार थैलियां सब्जी की दुकानों पर
5 हजार कैरीबैग फल विक्रेता/ ठेलों पर

5 हजार कैरीबेग डेयरी बूथ/ दुकानों पर
12 हजार कैरीबैग व प्लास्टिक की थैली किराणा दुकानों पर
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पाउच में आने वाली चीजें

शहर में इन दिनों हर चीजें पाउच में उपलब्ध हो रही है। चाहे वह शैम्पू, तेल, क्रीम, हेयर कलर, अदरक-टमाटर का पेस्ट, सोस, चॉकलेट, कुरकुरे, चिप्स, बिस्कुट, दाल, चावल, सूजी, मैदा, बेसन, शक्कर, आटा, मिर्च-मसाले, नमक, चाय पार्सल, काला-सफेद नमक, नमकीन, सब्जी पार्सल, होटल में खाने की पैकिंग, पानी के पाउच, आइस क्रीम सहित अधिकांश खाद्य वस्तुएं प्लास्टिक की थैली या पाउच में आ रही है। यह रिसाइकिल भी नहीं होती है।
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ऐसे सुधारे अपनी आदतें

– घर से कपड़े का थैला लेकर साथ चलने की आदत डालें

– आगरा गेट पर लगी क्लोथ वेंडिंग (थैला) मशीन का उपयोग करें

– दुकानों पर प्लास्टिक की थैली में पैक खाद्य पदार्थ नहीं खरीदें
– दुकानदार को कागज की थैली में सामान देने को कहें
– पाउच में आने वाली चीजों के स्थान पर बोतल खरीदने की आदत डाले
– चाय, दूध, दही आदि के लिए स्टील की केटली काम में ले

ग्राहक के मांगने पर देनी पड़ती थैलियां
प्लास्टिक की थैलियों से पर्यावरण को नुकसान पहुंच रहा है यह हम सब जानते है। लेकिन ग्राहक के मांगने पर देनी पड़ती है। आज अधिकांश चीजें प्लास्टिक की पैकिंग में आ रही है। इन्हें रिसाइकिल किया जाना चाहिए।
– विशनदास हेमनानी, व्यापारी
पाउच में पैकिंग बंद करें

वर्तमान में हर चीज पाउच में आ रही है। इसे बंद किया जाना चाहिए। ग्राहक प्लास्टिक की थैलियां मांगना बंद कर दे तो अपने आप ही समस्या का समाधान हो सकता है। प्लास्टिक की थैलियों का रिसाइकिल प्लांट लगाया जाना चाहिए।
– वासु वासवानी, व्यापारी
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