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करौली में रेल आने की उम्मीदें हो गईं चकनाचूर,रेलवे बोर्ड के एक नए पत्र का हुआ खुलासा

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करौलीSep 25, 2018 / 10:51 pm

vinod sharma

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करौली में रेल आने की उम्मीदें हो गईं चकनाचूर,रेलवे बोर्ड के एक नए पत्र का हुआ खुलासा


करौली. राज्य सरकार की अभिशंसा के बाद रेलवे मंत्रालय ने धौलपुर से सरमथुरा के बीच नेरोगेज लाइन को ब्रॉडगेज लाइन में बदलने या समानान्तर ब्रॉड गेज लाइन डालने की योजना को रद्द कर दिया है। इसके बाद अब करौली में रेल लाइन की उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं। इसका खुलासा पूर्व आईएएस अधिकारी सत्यनारायण सिंह ने अपने एक पत्र में किया है।
गौरतलब है कि धौलपुर से सरमथुरा के बीच की छोटी लाइन को ब्रॉड गेज (बड़ी लाइन)में बदलने की योजना के क्रियान्वयन पर ही करौली में रेल लाइन की उम्मीद बनी हुई थी। यह लाइन ही स्वीकृत परियोजना के तहत आगे सरमथुरा से करौली होते ही गंगापुरसिटी जोड़े जाने की योजना भी थी। अब सरमथुरा-धौलपुर लाइन को ब्रॉड गेज में परिवर्तित करने की योजना को खारिज कर दिया गया है। साथ ही इसके समानान्तर पृथक से ब्रॉड गेज लाइन डालने के प्रस्ताव को भी सहमति नहीं दी गई है।
सत्यनारायण सिंह ने रेलवे बोर्ड के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर बी.के. गुप्ता के एक पत्र के हवाले से बताया है कि रेलवे ने सरमथुरा-धौलपुर की मौजूदा लाइन को ही यथावत रखने का निर्णय किया है। इस पत्र में यह भी स्पष्ट
लिखा हुआ है कि सरमथुरा-धौलपुर लाइन के ब्रॉडगेज में परिवर्तित नहीं होने से अब सरमथुरा-गंगापुरसिटी की नई लाइन डालने का भी कोई औचित्य नहीं रह जाता है। यह लाइन ही करौली होकर गुजरनी थी।
एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर ने इस निर्णय की पालना के लिए सभी सम्बंधित रेल अधिकारियों को आदेशित भी किया है। इस खुलासे के बाद करौली में चल रहे रेल लाने के आंदोलन को करारा झटका लगा है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी पत्र में भी इस लाइन को फ्रीज कर देने की जानकारी दी गई थी।सत्यनारायण सिंह ने बताया कि इस मामले में उन्होंने इस मामले में उच्च न्यायालय याचिका दायर की हुई जिसमें इन पत्रों को पेश कर दिया गया है।
कोर्ट में केन्द्र व राज्यसरकार के विरोधाभासी बयान सामने आए हैं।
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