मृतक टीकम जोगी की पत्नी तारा देवी ने बताया कि वह कैलादेवी से दर्शन कर परिवार के साथ घर के लिए लौट रहे थे। थकान होने के कारण उनको नींद आ गई थी। ट्रैक्टर-ट्रॉली ने टक्कर मारी तो टेम्पो चकनाचूर हो गया। इस दौरान एक राहगीर ने पुलिस व एम्बुलेंस को सूचना दी। लेकिन एम्बुलेंस एक घंटे देरी से पहुंची।
इस दौरान एम्बुलेंस चालक ने अनुमति नहीं हेाने की कहकर शव को अस्पताल ले जाने से मना कर दिया, लेकिन बाद में जब ग्रामीणों ने गुजारिश तब एम्बुलेंस चालक शव को अस्पताल ले जाने केा राजी हुआ।
यह हुए घायल: घायलों में सुनीता देवी पत्नी मेघसिंह, टीकम की माता शकुंतला देवी, मेघसिंह जोगी, राकेश जोगी, अजय जोगी, रविंद्र जोगी, संजू बाई एवं टीकम सिंह के पुत्र दक्ष एवं नक्ष घायल हो गए।
मजदूरी कर करता था जीवन यापन
मृतक के परिजनों ने बताया कि टीकम सिंह मजदूरी कर अपने परिवार का जीवन यापन कर रहा था। उसकी मृत्यु हो जाने के बाद पत्नी तारा देवी पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उसकी परिवार की खुशियां काफूर हो गई है। मृतक के दो पुत्र नक्ष एवं दक्ष है। जिनकी उम्र 2 एवं 5 वर्ष है।
ग्रामीणों ने जताया रोष
ग्रामीणों ने एम्बुलेंस के मौके पर देरी से पहुंचने पर रोष जताया। ग्रामीणों ने बताया कि घटना के बाद एम्बुलेंस संचालक को सूचना दी गई थी। लेकिन एम्बुलेंस करीब एक घंटे देरी से पहुंची। जिससे टीकम जोगी समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सका। मृतक टीकम सिंह के बड़े भाई मेघ सिंह जोगी ने बताया कि यदि एम्बुलेंस शीघ्र पहुंच जाती तो टीकम की जान बच सकती थी।