भावेश गुर्जर
शराब दुकान खुलने से एक नहीं कई पीढिय़ों पर असर पड़ता है। एक बार दुकान खुल गई तो फिर वर्षों रहेगी। इससे पूरा माहौल खराब होगा। आखिर यह बात प्रशासन को क्यों नहीं समझ में आ रही है।हर्षा गुर्जर,
अगर शराब दुकान न खोलने को लेकर प्रशासन ने आदेश जारी नहीं किया तो हमलोग आमरण अनशन को बाध्य होंगे। शराब दुकान किसी भी स्थिति में ठीक नहीं है।गौरी पोपली,
हमारे परिवार के सभी सदस्यों ने एक दिन का अन्नत्याग कर दिया है। आने वाले समय में अगर शराब दुकान को लेकर प्रशासन ने फैसला नहीं लिया तो फिर हमलोग आमरण अनशन भी करेंगे।संगीता गुर्जर,