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बैठक में हंगामे से मुद्दे गौण, अधिकारियों पर धांधली के आरोप

locationअगार मालवाPublished: Jul 18, 2018 09:58:26 pm

Submitted by:

vinod sharma

जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक

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बैठक में हंगामे से मुद्दे गौण, अधिकारियों पर धांधली के आरोप

करौली.जिला परिषद की साधारण सभा की बुधवार को यहां आयोजित बैठक में हंगामे की वजह से मुद्दे गौण हो गए। इस दौरान सपोटरा विधायक सहित सदस्यों ने जिला परिषद के सीईओ व अधिकारियों पर सरकारी कार्य में लापरवाही के आरोपों की झड़ी लगा दी, जिसका सीईओ ने खंडन किया। जिला प्रमुख अभय कुमार मीना की अध्यक्षता में शुरू हुई बैठक में करौली के विधायक दर्शन सिंह गुर्जर ने कहा कि जलदाय विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से पेयजल संकट है। विधायक कोष से स्वीकृत हैण्डपम्प तक स्थापित नहीं हो रहे हैं। सपोटरा प्रधान रामलाल मीना, ने टैंकरों में फर्जीवाड़े का आरोप लगाते कहा कि एक टैंकर संचालित होता है, लेकिन बिल चार टैंकर के उठाए जा रहे हैं। हिण्डौन सिटी, मण्डरायल प्रधान सहित अन्य सदस्यों ने जलदाय विभाग की कार्यप्रणाली के खिलाफ बोलना शुरू कर किया। विभाग के अधीक्षण अभियंता सदस्यों के सवालों के जवाब नहीं दे सके। इसी दौरान जिला परिषद सदस्य डॉ. सौम्या गुर्जर, पीआर मीना ने सपोटरा विधायक व कांग्रेस के कुछ सदस्यों पर बैठक को हाइजैक करने का आरोप लगाय, कहा कि अनेक सदस्यों को बोलने ही नहीं दिया जाता है। बैठक सिर्फ पानी, बिजली के मुद्दों पर समाप्त हो जाता है। बाद में सदस्यों की सहमति से ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग की योजनाओं पर चर्चा की गई।
सीईओ की पत्नी का अस्पताल में गलत तरीके से पदस्थापन का आरोप
सपोटरा विधायक ने जिला परिषद के सीईओ पर पंचायत समितियों की उपेक्षा का आरोप लगाया,कहा कि पानी के लिए आवंटित पैसे का अभी तक उपयोग नहीं किया गया, जबकि उसका अनुमोदन गत बैठकों में हो चुका है। इसके जवाब में सीईओ ने कहा कि एक जैसा कार्य अलग-अलग एजेन्सियों को नहीं दिया जा सकता है। इसी बात पर दोनों में बहस बढ़ गई। सीईओ ने नियमों को गिनाना शुरू किया, इसी बात पर सपोटरा विधायक ने जिला परिषद के सीईओ पर आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी पत्नी को करौली के राजकीय अस्पताल में गलत तरीके से पदस्थान कराके वीईआईपी सुविधा दी गई है। जिसका सीईओ ने जोरदार तरीके से विरोध किया तथा बताया कि उनकी पत्नी नि:शुल्क रूप से सेवा दे रही है। बाद में कुछ ग्राम पंचायतों को मनमाने तरीके से राशि आवंटित करने का आरोप तथा उनकी उपेक्षा करनेकी बात कहकर जिला प्रमुख, सपोटरा, करौली विधायक, कांग्रेस के प्रधान व जिला परिषद सदस्य बैठक का बहिष्कार कर चले गए।। इसी दौरान सीईओ ने जिला प्रमुख की अनुपस्थिति में उपजिला प्रमुख बैठक की अध्यक्षता करेंगी। कुछ देर बाद कांग्रेस सदस्य बैठक का बहिष्कार कर वापस आ गए। लेकिन इसी विवाद के चलते बैठक कुछ देर बाद ही समाप्त हो गई। इस कारण अन्य मुद्दों पर चर्चा नहीं हो सकी।
कम्प्यूटर ऑपरेटल ने किया एक करोड़ का घोटाला
मण्डरायल प्रधान ने कहा कि कम्प्यूटर ऑपरेटर ने शौचालय निर्माण के लाभार्थियों की राशि दूसरों के खाते में ट्रान्सफर कर एक करोड़ का घोटाला किया है, जिसके खिलाफ कार्रवाई विकास अधिकारी नहीं कर रहे हैं। पंचायत समिति के विकास अधिकारी ने बताया कि कम्प्यूटर ऑपरेटर से कुछ राशि वसूल कर ली गई है, रिकॉर्ड लिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है।
टैंकर घोटाला, जांच की मांग
बैठक में सदस्य शिवचरण, करौली विधायक तथा अन्य ने कहा कि सांसद कोष से स्वीकृत टैंकरों की क्वालिटी घटिया स्तर की है। उन्होंने जांच की मांग की है। सपोटरा विधायक ने कहा कि एक टैंकर को एक लाख ६० हजार रुपए में खरीदा है, जो बाजार में ५०-५५ हजार रुपए का है। ये ही सबसे बड़ा फर्जीवाड़ा है। सीईओ ने इस मामले की जांच की बात कही।
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