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भारत-पाक: बस हाथ मिलते हैं, दिलों की दूरियां मिटती नहीं

कई मौकों पर तों दोनों देशों के प्रमुख बंद कमरों में बातें कर रहे थे और सीमा पर गोलियां चल रही थी

Jul 10, 2015 / 10:43 am

शक्ति सिंह

modi-sharif

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नई दिल्ली। 1999 से लेकर 2015 तक भारत और पाकिस्तान के राष्ट्र प्रमुख अब तक सात बार मिल चुके हैं लेकिन बात सिर्फ हाथ मिलाने तक ही सीमित रह गई। मुलाकात के दौरान कई बातें हुई, वादे हुए ,दावे हुए लेकिन बात फिर भी नहीं बनी। कई मौकों पर तों दोनों देशों के प्रमुख बंद कमरों में बातें कर रहे थे और सीमा पर गोलियां चल रही थी। अब रूस के उफा शहर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नवाज शरीफ की मुलाकात से क्या निकलेगा ये देखने वाली बात होगी। आइए जानते हैं पिछले सात साल में कब-कब मिले दोनों देशों के प्रमुख और क्या रहा नतीजा:

PM Modi and Nawaz Sharif

नरेन्द्र मोदी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में सार्क सम्मेलन के सभी राष्ट्राध्यक्षों और प्रमुखों को बुलाया। पाकिस्तान भी सार्क का सदस्य, इसलिए वहां के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ भी शपथग्रहण समारोह में शामिल हुए। 27 मई 2014 को मोदी और नवाज शरीफ की हुई मुलाकात में मोदी ने पाकिस्तान की धरती से भारत के खिलाफ हो रहे आतंकी गतिविधियों पर रोक लगाने को कहा और 26/11 मुंबई हमले की सुनवाई में हो रही ढील पर चिंता जताई। एक तरफ दोनों के बीच शांति की बातें तो दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना सीमा पर गोलियां बरसा रही थी। 25 मई को पाकिस्तान ने सद्भाव के तहत 151 भारतीय मछुआरों को जेल से रिहा किया।

PM Modi and Nawaz Sharif

-26-27 नवम्बर 2014 को नेपाल में हुए सार्क देशों के सम्मेलन के पहले दिन मोदी और शरीफ में कोई मुलाकात नहीं। हालांकि दूसरे दिन अनौपचारिक बातचीत में दोनों नेता एक दूसरे से हाथ मिलाते हुए और मुस्कराते नजर आए।

-12 फरवरी 2014 को दोनों देशों ने अपनी सीमा में रोके गए ट्रकों को एक-दूसरे की सीमा में जाने दिया। नियंत्रण रेखा पर ब्राउन शुगर ले जाने का आरोप।

-सितम्बर 2013 दोनों देशों के नेता मनमोहन सिंह और नवाज शरीफ संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर न्यूयार्क में मिले। दोनों नेता सीमा पर तनाव खत्म करने को सहमत।

Manmohan Singh-Nawaz Sharif

-फरवरी 2011-दोनों देशों के गृह सचिव थिम्पू में मिले और सभी मुद्दों पर शांति वार्ता बहाल करने पर सहमत। भारत के गृह सचिव जी के पिल्लई ने कहा, समझौता एक्सप्रेस बम कांड में भारत पाकिस्तान से सूचनाओं का साझा करेगा।

-फरवरी 2010 भारत-पाक के विदेश सचिवों की नई दिल्ली में मुलाकात, विदेश मंत्रियों की जुलाई 2010 में मुलाकात से पहले हुई थी यह वार्ता।

-2009 पाकिस्तान सरकार ने स्वीकार किया कि मुम्बई हमलों की आंशिक साजिश पाकिस्तान में रची गई होगी, पर सहायता पाक खुफिया एजेंसियों ने की, इससे इनकार। भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पाक के पीएम यूसुफ रजा गिलानी मिस्र में नाम सम्मेलन से इतर मिले। भविष्य की वार्ताओं के लिए संयुक्त स्टेटमेन्ट जारी करने पर सहमत। अगस्त में भारत ने मुम्बई हमलों से सम्बंधित डोजियर उपलब्ध कराए।

Manmohan Singh-Asif Ali Zardari

-2008 सितम्बर में पाकिस्तान के राष्ट्रपति जरदारी और भारत के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कई व्यापारिक रास्तों को खोले जाने की घोषणा की। जुलाई में भारत ने आईएसआई पर आरोप लगाया कि काबुल दूतावास के हमले में उसका हाथ। इस हमले में 58 मारे गए, 141 घायल।

-नवम्बर 2008 मुम्बई हमला, भारत ने बातचीत पर रोक लगाई

-2006 मनमोहन सिंह और परवेज मुशर्रफ आंतकतवाद विरोधी तंत्र बनाने पर सहमत, सियाचीन ग्लेशियर मुद्दे पर किसी भी सहमति पर नहीं पहुंच सके।


-जनवरी 2004 भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और जनरल परवेज मुशर्रफ की इस्लामाबाद में 12वें सार्क सम्मेलन के दौरान बातचीत, द्विपक्षीय सम्बंधों समेत कई मुद्दों पर बात हुई। नवम्बर में भारत के नए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जम्मू-कश्मीर में सैनिकों की संख्या कम करने की घोषणा की।

-2003 में जनरल मुशर्रफ की संयुक्त राष्ट्र महासभा में सीज फायर का आह्वान, दोनों देश सीमा पर तनाव करने पर सहमत।

-2002 पाक राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने घोषणा की कि पाकिस्तान अपनी धरती से आतंकवाद पनपने नहीं देगा, पर साथ ही यह भी कहा कि कश्मीर पर उसका अधिकार।

Atal Bihari Vajpayee-Pervez Musharraf

-2001 भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाक के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की आगरा में मुलाकात। यह वार्ता विफल रही। दोनों देश किसी समझौते पर नहीं पहुंच सके। कश्मीर मुख्य मुद्दा था।

Atal Bihari Vajpayee-Nawaz Sharif

-1999 अटल बिहारी वाजपेयी और पाक के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की लाहौर में मुलाकात, लाहौर घोषणापत्र पर हस्ताक्षर, 1972 के शिमला समझौते के बाद पहला बड़ा समझौता। विश्वास बहाली के उपायों की घोषणा।

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