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जेडीए पुराने ट्रैक पर… सेवानिवृत्त कार्मिकों के लिए फिर खुले द्वार

कैडर स्ट्रेंथ की फाइल कई वर्ष से घूम रही है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब एक बार फिर रिटायर्ड कार्मिकों की भर्ती कर जेडीए अपने काम को गति देने का प्रयास करेगा।

जयपुरJun 09, 2024 / 12:48 pm

Ashwani Kumar

जयपुर. नई सरकार बनने के बाद जेडीए से सेवानिवृत्त कर्मचारियों को हटा दिया था। उसके बाद लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई और आचार संहिता हटते ही जेडीए ने सेवानिवृत्त कार्मिकों के लिए फिर से द्वार खोल दिए। जबकि, पहले कई मामलों में संविदा पर लगे कार्मिकों की संदिग्ध भूमिका सामने आई थी। शनिवार को एक विज्ञप्ति जारी कर सेवानिवृत्त कार्मिकों को संविदा पर नौकरी के लिए जेडीए में बुलाया है। इसमें सहायक नगर नियोजक, तहसीलदार और नायब तहसीलदार, कनिष्ठ लेखाकार की संविदा पर भर्ती निकाली है। आने वाले दिनो में ये कार्मिक जेडीए को संभालते नजर आएंगे। हालांकि, अब तक जेडीए यह तय नहीं कर पाया है कि कितने सेवानिवृत्त कार्मिकों की भर्ती होगी।
जनता का ये हुआ नुकसान
जनवरी में जेडीए ने आदेश जारी कर सेवानिवृत्त कार्मिकों को हटा दिया। हर जोन में इन कर्मिकों की संख्या अच्छी खासी थी। ऐसे में जेडीए का काम ठप हो गया और पिछले चार माह से काम भी गति नहीं पकड़ पा रहा है। अब जेडीए फिर से सेवानिवृत्त कार्मिकों की भर्ती करने की तैयारी कर काम को गति देने की कोशिश में है।
जल्द हो स्थायी भर्ती
कैडर की फाइल कई माह से घूम रही है। भर्ती प्रक्रिया की फाइल तेजी से चलनी चाहिए। सेवानिवृत्त कार्मिकों को वापस लेने का फैसला ठीक नहीं है। –बाबूलाल मीणा, अध्यक्ष, जेडीए कर्मचारी एवं अधिकारी परिषद
शर्तों में ये

  • ऐसे सेवानिवृत्त कार्मिक, जिनकी आयु 64 वर्ष से कम हो।
  • पूर्व में प्राधिकरण में सेवाएं दे चुके हैं, उन कार्मिकों के आवेदन स्वीकार नहीं किए
  • सेवाकाल के दौरान कोई आपराधिक और अनुशासनिक कार्यवाही विचाराधीन न हो।
सब शाखाओं का एक जैसा हाल
प्रशासनिक, अभियांत्रिकी, नगर नियोजन, वित्त शाखा, विधि शाखा, उद्यानिकी शाखा, प्रवर्तन शाखा, सूचना प्रौद्योगिकी सहित अन्य शाखाओं में कार्मिकों का टोटा है।
650 कार्मिकों के भरोसे चल रहा जेडीए
जेडीए में स्थायी भर्ती की कवायद पिछले ढाई वर्ष से चल रही है, लेकिन भर्ती प्रक्रिया शुरू नहीं हो पा रही है। अभी स्थिति यह है कि जेडीए सेवा और प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत करीब 650 अधिकारियों और कार्मिकों से ही जेडीए चल रहा है। जबकि, जेडीए में करीब 1922 पद स्वीकृत हैं।

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