गौरतलब है आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू व सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने अलग-अलग स्टालिन से भेंट की थी। दोनों को एजेंडा एक ही था कि एक गठबंधन के रूप में भाजपा सरकार को अपदस्थ किया जाए। उन्होंने कहा कि एम. करुणानिधि के निधन के १०० दिन गुजर चुके हैं। इस दिन हम शपथ लें कि सत्तारूढ़ पार्टी के विपक्षी दलों के साथ मिलकर भाजपा को हराने के लिए तालमेल से काम करेंगे। केंद्र और तमिलनाडु दोनों जगहों पर भ्रष्ट सरकारें हैं। दोनों जगह लोकतंत्र खतरे में हैं। जनता में त्राहि-त्राहि मची है।
इससे पहले पल्लावरम में पार्टी नेता के वैवाहिक समारोह में शरीक हुए डीएमके अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैश्विक भ्रमण में मशगूल है। उनका ध्यान अडानी और अम्बानी पर है। जबकि यहां के नेताओं का ध्यान कमीशन, कलेक्शन और करप्शन में है।
उन्होंने कहा कि जल्द ही लोकसभा चुनाव होंगे और उससे पहले हम २० सीटों पर विधानसभा उपचुनाव की प्रतीक्षा में है। अगर लोकसभा और विधानसभा चुनाव ही एकसाथ हो जाएं तो कोई आश्चर्य नहीं होगा क्योंकि राज्य में फिलहाल ऐसे ही हालात हैं।