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कविता-युवा हिंदुस्तान हैं हम

Hindi poem

Jan 22, 2022 / 03:13 pm

Chand Sheikh

कविता-युवा हिंदुस्तान हैं हम

कविता-युवा हिंदुस्तान हैं हम

आदित्य व्यास
युद्ध में जवान हैं हम, खेत में किसान हैं हम
शेर की दहाड़ हैं हम, जो टूटे ना वो पहाड़ हैं हम

खुशियों का एक जश्न हैं हम, युगों का एक प्रश्न हैं हम
अन्याय को मिटा सके वो कर्मयोद्धा कृष्ण हैं हम
हर मां की लाज हैं हम, हर पिता का नाज हैं हम
पापियों का काल हैं हम, नि-शक्त की मशाल हैं हम

बदलाव का एक प्रहर हैं हम
मोड़ दे जो रस्ते, वही नदी नहर हैं हम
सत्य का एक बाण हैं हम, निति का प्रमाण हैं हम
बुजुर्ग की गुहार हैं हम, युवा की ललकार हैं हम
ना कर सके परास्त कोई, ऐसी सरकार हैं हम

जाती रंग धर्म से, चाहे अनेक हैं हम
शक्ति दे जो शून्य को वही प्रचंड एक हैं हम
देश का भविष्य हैं हम, अटूट एक निश्चय हैं हम
दिलों का एक साज हैं हम, शत्रु पर एक गाज हैं हम

पाताल को जो चीर दे ऐसी आवाज हैं हम
रोके ना जो सरहदें वही एक तूफान हैं हम
क्षितिज को जो थाम ले वही आसमान हैं हम
पवित्र धर्मग्रन्थ हैं हम, आदि से अनंत हैं हम
भय नहीं हिरण्य से प्रह्लाद वही संत हैं हम

अंसख्य हृदयों को जोड़ दे वही राष्ट्रगान हैं हम
नवयुगों के मार्ग को बदलता हिंदुस्तान हैं हम
भारत की शान हैं हम, बुलंद गुलिस्तान हैं हम
युवा हिंदुस्तान हैं हम

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