1988 बैच की आईपीएस रश्मि को उनकी साफ और अनुशासनप्रिय छवि के लिए विभाग में बहुत सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। महिला सुरक्षा और उनके हितों की प्रहरी की छवि उन्हें अन्य दावेदारों से अलग करती हैं। उन्होंने 2008 के आतंकी हमले के बाद माहौल को नियंत्रण में रखने में भी अहम भूमिका निभाई थी। उनकी उपलब्धियों के लिए 2004 में उन्हें डीजीपी इनसाइनिया सम्मान, 2005 में राष्ट्रपति पुलिस पदक और 2013 में उत्कृष्ठ सेवाओं के लिए सम्मानित किया जा चुका है।