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उमरिया

समाज की मान्यताएं और कुरीतियों पर कटाक्ष है “दूसरा आदमी, दूसरी औरत”

संदेश नाट्य मंच की प्रस्तुति

उमरियाNov 12, 2021 / 05:48 pm

ayazuddin siddiqui

There is a sarcasm on the beliefs and evils of the society

There is a sarcasm on the beliefs and evils of the society

उमरिया. संदेश नाट्य मंच नगर की एक मात्र प्राचीन नाट्य संस्था है जिसने कई नाट्य समारोहों, नाट्य कार्यशालाओं एवं कई प्रख्यात नाटकों का मंचन किया है। बुधवार को प्रख्यात लेखिका विभा रानी द्वारा लिखित नाटक दूसरा आदमी दूसरी औरत का सफलता पूर्वक मंचन किया गया। यह नाटक मप्र संस्कृति संचालनालय भोपाल के सहयोग से हुआ। यह एक द्विपात्रीय नाटक है जिसका कथानक दो पात्रों के बीच में घटित हमारे समाज की मान्यताएं समाज की कुरीतियोंं पर कटाक्ष है। नाटक का शुभारंभ कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव के मुख्य आतिथ्य में दीप प्रज्वलित कर किया गया। मानपुर से पधारे ओ.पी. द्विवेदी तथा नगर की प्राचीन साहित्यिक संस्था वातायन के सभी कविगण उपस्थित रहे। नगर के समस्त कला प्रेमी एवं बोद्धिक देर्शकगण ने उपस्थित रहकर इस नाटक की भरपूर प्रशंसा की। शोमा दास के रूप में क्षमा दुबे ने एवं संभव सिंह के रूप में दिव्य प्रकाश द्विवेदी ने जिस संजीदगी से अपने अभिनय कौशल को मंच पर प्रस्तुत किया वह अत्यंत सराहनीय ही नहीं प्रशंसनीय भी हैं। बतौर निर्देशक पंकज दुबे सटीक और कसे हुए निर्देशन से सभी के मन में गहराई तक पैठ बनाने में सफल रहे। नाटक के सहायक निर्देशक नमन मिश्रा एवं संगीत संचालन सुहेल वारसी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का संचालन संस्था के वरिष्ठ कलाकार राजा तिवारी ने किया। इस संपूर्ण प्रस्तुति में संस्था के समस्त कलाकारों का सहयोग रहा।

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