प्रिशा की मां जी. देवी प्रिया पेशे से वकील होने के साथ योग भी सिखाती हैं। प्रिया का कहना है कि जब प्रिशा डेढ़ वर्ष की थी, तभी से उसे योग में दिलचस्पी पैदा की। जब वह ठीक से चल भी नहीं सकती थी, तब वह योग की क्रियाएं समझने लगी और आसन करने लगी। कई अवार्ड जीत चुकी प्रिशा ने न केवल भारत, बल्कि थाइलैंड, मलेशिया में भी योग के कई कीर्तिमान स्थापित किए हैं। प्रिशा ने राज कपोतासन में तीन मिनट तक ठोड़ी के बल खड़े रहकर रिकॉर्ड बनाया।