दरअसल आप को बता दें कि मामला कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव हैदरपुर का है। बताया जाता है कि गांव की ही महिला नीलम रविवार सुबह सात बजे अपने खेतों के पास देवताओं की पूजा करने गई थी। इस दौरान अचानक महिला की आंखों के सामने एक तेंदुआ आ गया, जिसे देखकर महिला की चीख निकल गई।
तेंदुए को देखते ही महिला गांव की ओर भाग खड़ी हुई। महिला ने खेत पर तेंदुआ होने की खबर गांव वालों को बताई। खबर सुनते ही गांव वाले लाठी-डंडे और धारदार हथियार लेकर जंगल की ओर भाग खड़े हुए। जब तेंदुए की खबर पुलिस को लगी तो पुलिस ने मौके पर पहुंच कर वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी।
सूचना पर वन विभाग की टीम क्षेत्रीय वन अधिकारी राकेश बालियान के नेतृत्व में गांव पहुंची और जायजा लिया। इस दौरान वन विभाग की टीम को गांव में किसी जानवर के पंजो के निशान खेतों में मिले, जिन्हें वन अधिकारी तेंदुए के निशान मानने से इनकार कर रहे हैं।
अधिकारियों का कहना है कि जो भी जानवर होगा जल्द ही पकड़कर ग्रामीणों को उससे निजात दिलाई जाएगी। साथ ही अधिकारी ग्रामीणों से सम्पर्क कर समझा रहे हैं कि तेंदुआ नहीं है, लेकिन ग्रामीणों में खौफ लगातार बरकरार है। ग्रामीणों का दावा है कि तेंदुआ गांव के खेतों में कई बार देखा गया है, जिससे गांव व आस-पास दहशत का माहौल बना हुआ है।